बुलडोज़र नीति सरकार की क्रूरता का चेहरा बन गई है

उत्तर प्रदेश:  कानपुर देहात के एक गांव में अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान मां बेटी की कथित तौर पर आत्मदाह करने के मामले में अब राजनीति तेज हो गई है। विपक्ष भाजपा के बुलडोजर नीति पर सवाल खड़े कर रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी उत्तर प्रदेश सरकार की नीति पर निशाना साधते हुए साफ तौर पर कहा है कि बुलडोजर नीति सरकार की क्रूरता का चेहरा बन गई है। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि जब सत्ता का घमंड लोगों के जीने का अधिकार छीन ले, उसे तानाशाही कहते हैं। कानपुर की घटना से मन विचलित है। ये ‘बुलडोज़र नीति’ इस सरकार की क्रूरता का चेहरा बन गई है। भारत को ये स्वीकार नहीं।
इस घटना को लेकर कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने कहा कि भाजपा सरकार के बुलडोजर पर लगा अमानवीयता का चश्मा इंसानियत व संवेदनशीलता के लिए खतरा बन चुका है। उन्होंने कहा कि कानपुर की हृदयविदारक घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। हम सबको इस अमानवीयता के खिलाफ आवाज उठानी होगी। कानपुर के पीड़ित परिवार को न्याय मिले एवं दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लिखा कि सत्ता के अहंकार की अग्नि ने एक परिवार को भस्म कर दिया। कानपुर नगर या कानपुर देहात ही नहीं पूरा उप्र भाजपा सरकार के अन्याय का शिकार हो रहा है।

कानपुर घटना को लेकर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा कि कानपुर देहात की घटना अत्यंत दुःखद है, प्रकरण की उच्च स्तरीय जाँच होगी और दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही की जायेगी। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा। सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है। गौरतलब है कि सोमवार शाम कानपुर देहात जिले के रूरा थाना इलाके के मडौली गांव में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान सोमवार को एक अधेड़ उम्र की महिला और उसकी बेटी ने कथित तौर पर अपनी झोपड़ी में खुद को आग लगा ली, जिससे दोनों की मौत हो गयी थी।

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