Samsung Solve For Tomorrow: सैमसंग लाई नई प्रतियोगिता, 1.5 करोड़ रुपये जीतने का है शानदार मौका

दिल्ली, कृतार्थ सरदाना। दक्षिण कोरियाई कंपनी सैमसंग (Samsung) भारत में अपने कई सीएसआर कार्यक्रम चलाता रहता है। कंपनी ने अब हाल ही में 16 से 22 वर्ष की आयु के युवाओं के लिए नेशनल एजुकेशन एंड इनोवेशन कॉम्पटीशन सॉल्व फॉर टुमॉरो (Solve For Tomorrow) शुरू किया है।

यह एक ऐसी प्रतियोगिता है जिसमें युवा अपने आइडिया कंपनी के पास भेजेंगे। अंत में टॉप 3 टीमों को अपने आइडिया को क्रियान्वित करने के लिए 1.5 करोड़ रुपये जीतने का मौका मिलेगा। युवा सॉल्व फॉर टुमॉरो के लिए 31 मई 2023 को शाम 5 बजे तक पर आवेदन कर सकते हैं।

इस प्रतियोगिता में युवा पूरे भारत से बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। सैमसंग के अनुसार इस प्रतियोगिता के लिए अब तक पूरे भारत से 50,000 से अधिक रजिस्ट्रेशन प्राप्त हुए हैं।

अच्छी बात यह भी है कि इस प्रतियोगिता में देश के छोटे शहरों के युवाओं ने अपने नए नए आइडिया कंपनी के पास भेजे हैं। इनमें बेगूसराय, चित्रदुर्ग, धारवाड़, गुलबर्गा, जलपाईगुड़ी, खुर्दा, उत्तर 24 परगना, मधुबनी और पठानमथिट्टा जैसे देश के छोटे शहरों नाम शामिल हैं।

इन आइडिया को देखकर साफ पता चलता है कि देश के छोटे शहर के युवा भी अत्याधुनिक तकनीक की मदद से वास्तविक दुनिया समस्याओं का हल खोजने में अपनी गहरी रुचि रखते हैं। वे चाहते हैं कि उनके प्रयासों से उनके आसपास के लोगों का सामाजिक जीवन बेहतर बन सके।

इस प्रतियोगिता के तहत युवाओं से 4 प्रमुख विषयों – एजुकेशन एवं लर्निंग, इन्वायरमेंट एवं सस्टेनेबिलिटी, हेल्थ एवं वैलनेस तथा डायवर्सिटी एवं इन्क्लूजन से जुड़े आइडिया आमंत्रित किए जा रहे हैं।

अब तक, 49% आइडिया एजुकेशन एवं लर्निंग की थीम पर प्राप्त हुए हैं, वहीं 28% युवाओं ने अपने एन्वायरमेंट एवं सस्टेनेबिलिटी से जुड़े इनोवेटिव आइडिया प्रदान किए हैं। इसके अलावा 18% आवेदन हेल्थ एवं वैलनेस की थीम के तहत और 5% डायवर्सिटी एंड इन्क्लूजन की थीम के तहत आए हैं। जिन लोगों ने अपने आवेदन भेजे हैं उनमें से 73% युवा 18-22 वर्ष तक की आयु के हैं।

भारत भर के युवाओं ने ई-कचरा प्रबंधन, समुद्री प्लास्टिक कचरे की रिसाइकिलिंग, सर्कुलर इकोनॉमी, जलवायु परिवर्तन, कृषि उपज, स्वच्छ पानी की उपलब्धता, हेल्थ केयर की लागत, मानसिक स्वास्थ्य, दुर्घटना की रोकथाम, स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षण प्रणाली में सुधार और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन से जुड़ी वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने के लिए अपने आइडिया सैमसंग के पास भेजे हैं।

अगले चरण के रूप में, सैमसंग प्राप्त आवेदनों में से टॉप 30 टीमों व्यक्तिगत या अधिकतम 3 सदस्यों की टीम का चयन करेगा। इन टॉप 30 टीमों को सैमसंग और उसके भागीदारों – IIT दिल्ली के फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर (FITT) तथा MeitY स्टार्टअप हब द्वारा IIT दिल्ली में एक आवासीय बूटकैंप में प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा। यह बूटकैंप प्रतिभागियों को अपने आइडिया को और भी बेहतर बनाने में मदद करेगा।

शीर्ष 30 टीमों में से प्रत्येक को शुरुआती प्रोटोटाइप बनाने के लिए 20 हज़ार रुपये मिलेंगे। इसके बाद वे अपने आइडिया को सैमसंग के युवा कर्मचारियों और FITT, IIT दिल्ली और MeitY स्टार्टअप हबके विशेषज्ञों की ज्यूरी के सामने रखेंगे। यह ज्यूरी फिनाले के लिए टॉप 10 टीमों का भी चयन करेगी। टॉप 10 टीमों में से प्रत्येक को ज्यूरी सदस्यों के साथ-साथ मेंटर्स के फीडबैक के आधार पर अपने प्रोटोटाइप को बेहतर बनाने के लिए 1 लाख रुपये मिलेंगे।

इन टीमों को सैमसंग इंडिया ऑफिस, उसके आर एंड डी सेंटर्स, डिजाइन सेंटर, और बेंगलुरु में सैमसंग ओपेरा हाउस का दौरा करने का भी अवसर मिलेगा, जहां वे युवा सैमसंग कर्मचारियों और शोधकर्ताओं के साथ बातचीत करेंगे।

वार्षिक कार्यक्रम का समापन तीन राष्‍ट्रीय विजेताओं की घोषणा के साथ होगा, जिन्‍हें 1.5 करोड रुपए की पुरस्‍कार राशि और रोमांचक सैमसंग उत्‍पादों को जीतने का मौका मिलेगा।

यहाँ यह भी बता दें कि सैमसंग ने इस प्रतियोगिता को पहली बार 2010 में अमेरिका में शुरू किया था। वर्तमान में सॉल्‍व फॉर टुमारो दुनिया भर में 63 देशों में चल रही है और इसमें 23 लाख से अधिक युवा भाग ले चुके हैं।

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