Samsung Innovation Campus: सैमसंग के इस अभियान से लखनऊ विश्‍वविद्यालय के 383 छात्रों ने AI, IOT जैसे प्रोग्राम में प्राप्त किया प्रशिक्षण, सीएम योगी ने प्रदान की डिग्री

दिल्ली, कृतार्थ सरदाना। दक्षिण कोरियाई कंपनी सैमसंग (Samsung) भारत में अपने उपकरणों से तो चर्चा में रहती ही है। लेकिन इसके अलावा कंपनी अपने सीएसआर कार्यक्रम से भी भारत के लिए कई अच्छे कार्य करती रहती है।

कंपनी अपने सीएसआर कार्यक्रम सैमसंग इनोवेशन कैंपस (Samsung Innovation Campus) से 18 से 25 वर्ष की आयु वाले कमजोर वर्ग के युवाओं को तकनीकी कौशल प्रदान कर, उन्हें रोजगार के लिए तैयार कर रही है। सैमसंग ने इसी साल भारत के 8 कैंपस  में 3000 कमजोर वर्ग के युवाओं को एआई (AI), आईओटी (IOT), बिग डाटा और कोडिंग एंड प्रोग्रामिंग में कौशल प्रदान करने का लक्ष्य रखा है।

अब शुक्रवार 12 मई को सैमसंग इंडिया (Samsung India) ने अपने पहले बैच के तहत लखनऊ विश्‍वविद्यालय (Lucknow University) के 383 छात्रों को आर्टिशियल इंटेलिजेंस (AI), इंटरनेट ऑफ थिंग्‍स (IOT), बिग डेटा और कोडिंग एंड प्रोग्रामिंग पाठ्यक्रमों को पूरा करवाया है।

सैमसंग इनोवेशन कैंपस (Samsung Innovation Campus) के तहत लखनऊ विश्वविद्यालय के कुल 775 छात्रों को प्रशिक्षण प्रदान करेगी। पहले बैच के 383 छात्रों में से 110 को एआई में, 62 को आईओटी में, 51 को बिग डेटा में और 160 को कोडिंग एंड प्रोग्रामिंग में प्रशिक्षित किया गया है।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ (Yogi Adityanath) भी मौजूद रहे, जिन्होंने सभी छात्रों को प्रमाण पत्र प्रदान किए। मुख्‍यमंत्री ने कहा, “युवाओं का कौशल विकास करना उत्‍तर प्रदेश सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है। हम सैमसंग की इस पहल का स्‍वागत करते हैं, जो हमारे छात्रों को तकनीकी कौशल प्रदान करने के साथ रोजगार के लिए भी तैयार कर रही है। सैमसंग कई वर्षों से उत्‍तर प्रदेश का मजबूत भागीदार रहा है और यह कार्यक्रम हमारी इस भागीदारी को और मजबूत करेगा।”

मुख्यमंत्री योगी ने यह भी कहा “उत्तर प्रदेश का युवा भरपूर ऊर्जा और प्रतिभा के साथ प्रदेश के विकास में अपना योगदान दे रहा है। युवा शक्ति के Talent को Technology और Training के साथ जोड़कर, हम उसे Development की ओर आगे बढ़ा सकें, यह आज की आवश्यकता है।” उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में डाटा सेंटर का भी सबसे बड़ा हब आने वाले समय में बनने जा रहा है।

सैमसंग के साउथवेस्‍ट एशिया के प्रेसिडेंट और सीईओ जेबी पार्क (JB Park) ने  कहा, “सैमसंग को भारत में काम करते हुए 27 साल हो गए हैं और इस समय उत्‍तर प्रदेश सैमसंग के लिए विनिर्माण और अनुसंधान आधारित पहल का एक प्रमुख केंद्र है। हम भारत और उत्‍तर प्रदेश की विकास यात्रा में एक प्रतिबद्ध भागीदार हैं। सैमसंग इन्‍नोवेशन  कैंपस  के माध्‍यम से, हमारा लक्ष्‍य उत्‍तर प्रदेश के युवाओं को भविष्‍य की तकनीकी क्षेत्र में प्रशिक्षि‍त करने के साथ राज्‍य के विकास में उनका योगदान देना है। इसके साथ ही हम डिजिटल इंडिया को सशक्‍त बनाने के अपने दृष्टिकोण को भी और मजबूत कर सकेंगे। हम उत्‍तर प्रदेश में अधिक छात्रों और अधिक विश्वविद्यालयों के लिए कार्यक्रम का विस्तार करना चाहते हैं।”

इस दीक्षांत समारोह में उत्तर प्रदेश के उद्योग विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्‍ता, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, लखनऊ विश्‍वविद्यालय (Lucknow University) के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय (Prof .Alok Kumar Rai), ईएसएससीआई (ESSCI) की कार्यवाहक सीईओ डॉ अभिलाषा गौर भी उपस्थित थी। तो वहीं सैमसंग की ओर से साउथवेस्‍ट एशिया प्रेसिडेंट और सीईओ जेबी पार्क के साथ कॉरपोरेट वाइस प्रेसिडेंट ह्यून किम और सीएसआर एवं संचार हेड पार्थोघोष मौजूद रहे।

इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स सेक्‍टर स्किल काउंसिल ऑफ इंडिया (ESSCI), जो राष्‍ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) द्वारा अनुमोदित इकाई है, अपने अनुमोदित प्रशिक्षण और शिक्षा भागीदारों के राष्‍ट्रव्‍यापी नेटवर्क के माध्‍यम से इस कार्यक्रम को चला रही है।

कैसे काम करेगा यह प्रोग्राम

इस कार्यक्रम में नामांकित युवा कक्षा प्रशिक्षण से गुजर रहे और आर्टिफ‍िशियल इंटेलिजेंस (AI Artificial Intelligence), इंटरनेट ऑफ थ‍िंग्‍स (IOT), बिग डेटा और कोडिंग एंड प्रोग्रामिंग में से चयनित अपने प्रौद्योगिकी क्षेत्र में अपने हाथों में लिए गए प्रोजेक्‍ट्स को पूरा करेंगे। उन्‍हें अपनी रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए सॉफ्ट स्किल्‍स प्रशिक्षण भी दिया जाएगा जिसके बाद संबंधित संगठनों में उन्हें जॉब प्‍लेसमेंट प्रदान किया जाएगा।

एआई कोर्स (AI Course) का चयन करने वालों को 270 घंटे के थ्‍योरी प्रशिक्षण से गुजरना होगा और 80 घंटे का प्रोजेक्‍ट वर्क पूरा करना होगा, जबकि आईटी या बिग डेटा कोर्स करने वालों को 160 घंटे के प्रशिक्षण के साथ 80 घंटे का प्रोजेक्‍ट वर्क पूरा करना होगा। कोडिंग एंड प्रोग्रामिंग पाठ्यक्रम का चयन करने वाले प्रतिभागियों को 80 घंटे का प्रशिक्षण प्राप्‍त करेंगे और एक हैकाथॉन का हिस्‍सा बनेंगे।

 

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