प्रदीप सरदाना एक लिविंग लीजेंड हैं, बोले केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा

Pradeep Sardana 50 Years in Journalism: प्रदीप सरदाना वह हस्ती हैं जो पत्रकारिता के हर क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, डिजिटल। वह लिविंग लीजेंड हैं। हालांकि प्रदीप जी ने जब 14 साल की उम्र में पत्रकारिता शुरू की, तब न गूगल था, न इंटरनेट न कंप्यूटर फिर भी इतनी कम उम्र में इन्होंने पत्रकारिता में अर्ध शतक पूरा किया, सच को सामने लाने का काम किया। वह सिर्फ 17 साल की उम्र में देश के सबसे कम उम्र के संपादक भी बन गए। वह पत्रकारिता के साथ रचनात्मक लेखन भी करते हैं। कवि, निर्माता-निर्देशक और टीवी प्रेजेंटर भी हैं। उन्होंने पूरा दौर देखा है। उनकी अनेक विशिष्ट उपलब्धियां हैं। मेरा सौभाग्य है वह जहां रहते हैं मैं उस क्षेत्र का सांसद हूँ।‘’
उपरोक्त विचार केन्द्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं कॉरपोरेट अफेयर राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा (Harsh Malhotra) ने ‘प्रदीप सरदाना की पत्रकारिता में अर्ध शताब्दी’ के स्वर्ण जयंती समारोह में व्यक्त किए। समारोह का आयोजन लेखकों, पत्रकारों और कलाकारों की पुरानी संस्था ‘आधारशिला’ और www.punarvasonline.com ने नयी दिल्ली के कान्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में किया था।
समारोह में कई दिग्गज हस्तियाँ शामिल हुईं
इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों की दिग्गज हस्तियाँ शामिल हुई। कार्यक्रम में केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) जहां मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। तो केन्द्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा (Harsh Malhotra), पूर्व केन्द्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी (Meenakshi Lekhi), प्रख्यात शास्त्रीय नृत्यांगना और पूर्व सांसद सोनल मानसिंह (Sonal Mansingh), देश की वयोवृद्ध पत्रकार, साहित्यकार शीला झुनझुनवाला (Shila Jhunjhunwala), सांसद मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) विशिष्ट अतिथि थे। साथ ही पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) की पुत्री और वरिष्ठ टीवी प्रेजेंटर प्रतिभा आडवाणी (Pratibha Advani), भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया सह प्रमुख संजय मयूख (Sanjay Mayukh) और दैनिक ‘स्वदेश’ के समूह संपादक अतुल तारे (Atul Tare) भी मंच पर मौजूद रहे।
मंत्री नहीं मित्र के नाते आया हूँ समारोह में- मल्होत्रा
श्री मल्होत्रा (Harsh Malhotra) ने यह भी कहा कि “आज दिल्ली के कहूँ क्योंकि वो दिल्ली में रहते हैं, यूं देश के बहुत वरिष्ठ पत्रकार, लेखक, कॉलम्निस्ट, संपादक, स्टोरी राइटर, प्रोड्यूसर, डायरेक्टर, और भी बहुत सी बातें कही जा सकती हैं आदरणीय प्रदीप जी के लिए। मुझे बहुत अच्छा लग रहा है, बहुत सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूँ कि एक तो प्रदीप जी जहां रहते हैं वहीं से सांसद हूँ। और आज किसी मंत्री के नाते नहीं, सांसद के नाते और इनके मित्र के नाते यहाँ उपस्थित हुआ हूँ।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा “यहाँ पर उपस्थित आदरणीय शीला जी, सोनल मानसिंह जी, बड़ी बहन प्रतिभा आडवाणी जी, हमारे मित्र जिनके साथ भाजपा में हम साथ में काम करते हैं गजेन्द्र भाई, और सभी साथियों। प्रदीप जी वो हस्ती हैं जिन्होंने पत्रकारिता के हर क्षेत्र में काम किया है। और इतनी कम आयु में इन्होंने पत्रकारिता में अपना अर्धशतक पूरा किया ये भी अपने आप में बहुत बड़ी बात है। वो इसलिए क्योंकि आपने अपना पत्रकारिता का ये अभियान 14 वर्ष की आयु से प्रारंभ कर दिया। 14 वर्ष की आयु में एक बालक और आज से 50 वर्ष पहले की बात करें तो आज तो आप गूगल कीजिए कि मणिपुर मे क्या समस्या है तो उसके साथ हर चीज़ सामने आ जाएगी। उस समय जब आपने पत्रकारिता आरंभ की थी तब तो टीवी चैनल भी एक दूरदर्शन ही था। ऑल इंडिया रेडियो आकाशवाणी या अपने मित्रों से बात करके, या सुबह के कुछ अखबार पढ़के ही समाचार मिलते थे। लेकिन आज की स्थिति बिल्कुल अलग है। आज तो आप जिसके बारे में लिख रहे हैं आप वो गूगल कीजिए तो तुरंत सब आना शुरू हो जाता है।”
हर्ष मल्होत्रा (Harsh Malhotra) ने आगे कहा “आज कल तो वो नया क्या आया है– चैट जीपीटी। कल ये देखने के लिए कि ये क्या नई चीज़ है मैंने उसमें अपना नाम डाल कर पूछा कि ये कौन व्यक्ति हैं, तो उसमे मेरे बारे में वो जानकारी भी आ गई जो मैं खुद भी नहीं जानता। मतलब आपको इंटरनेट के किसी और साधन की भी जरूरत नहीं है। बस आपके दिमाग में जो भी आए या जो भी जानकारी आप चाहते हों वो बस चैट जीपीटी पर टाइप कीजिए तो उस चीज़ का पूरा बायो डेटा आपके सामने आ जाएगा। जन्म से लेकर मृत्यु तक का। चाहे वो कोई व्यक्ति हो, कोई पेड़ पौधा हो या कोई स्मारक हो या कुछ भी और हो। तो आज वो समय आ गया है कि आज खोजने की कोई आवश्यकता नहीं रही है।”
देश के सबसे कम उम्र के संपादक हैं प्रदीप सरदाना
हर्ष मल्होत्रा (Harsh Malhotra) ने यह भी कहा “पर जिस समय प्रदीप जी ने अपना ये सफर आरंभ किया उस समय पत्रकारिता के लिए भी मुश्किल समय था, और महत्वपूर्ण तो हमेशा से ही रहा है। उस समय बहुत कम पत्रकार हुआ करते थे। टीवी में तो कुछ ही लोग थे जिनके बारे में मुझे अच्छे से ध्यान है, टीवी के जो न्यूज़ रीडर्स थे वो सभी सेलिब्रिटी थे। प्रतिभा आडवाणी दीदी बैठी हैं, जिन्होंने भी पत्रकारिता में अपना सफर बहुत पहले से आरंभ किया। आज तो बहुत न्यूज चैनल्स हैं और वो सब 24 घंटे चलते हैं तो न्यूज एंकर भी बहुत सारे हैं। फिर समाचार पत्रों के लिए लिखना, पत्रिकाओं के लिए लिखना। उस समय जब टीवी डिबेट में बहुत कम लोग जाया करते थे, उनमें से एक प्रदीप जी रहे। शायद देश के सबसे कम उम्र के संपादक भी रहे।”
आधी सदी का पूरा दौर देखा है प्रदीप सरदाना ने
हर्ष मल्होत्रा (Harsh Malhotra) ने यह भी कहा “फिर मैं ये भी मानता हूँ कि सच को सामने लाना अपने आप में सबसे मुश्किल काम रहता है। सच कड़वा तो होता ही है। और जो दर्शक हैं, टीवी चैनल के या पाठक हैं प्रिन्ट मीडिया के अखबार और पत्रिकाओं के। सभी की टीआरपी तभी बढ़ेगी जब उन्हें कुछ एक दम अलग, नया और अद्धभुत मिलेगा। पर जब प्रदीप जी पत्रकारिता में हाथ आजमा रहे थे, लेखन कर रहे थे। चाहे पत्र-पत्रिकाओं की पुरानी दुनिया हो या चाहे आल इंडिया रेडियो हो या दूरदर्शन हो, आपने वो पूरा समय देखा है। तब से अब तक मीडिया में पत्रकारिता में जो बदलाव आए वे सब आपने देखे हैं। इसीलिए मैं प्रदीप सरदाना जी को लिविंग लीजेन्ड के रूप में मानता हूँ। वह आज भी इस क्षेत्र में पूरी तरह सक्रिय हैं। मैं बहुत ज़्यादा कुछ नहीं बोल रहा, मेरे पास इनके बारे में बहुत कुछ है, इनकी क्या क्या उपलब्धियां रहीं। यहाँ वो लोग भी उपस्थित हैं जिन्होंने प्रदीप जी के साथ काम किया। जैसे कि पत्रकारिता के क्षेत्र में बहुत पुराने लोगों में शीला जी भी यहाँ मौजूद हैं। वह इनके बारे में और भी बहुत कुछ बताएँगी।”
हर्ष मल्होत्रा (Harsh Malhotra) ने कहा “मैं एक बार पुनः प्रदीप जी को बहुत बहुत बधाई देता हूँ और शुभकामनाएं देता हूँ कि भगवान आपकी आयु बहुत लंबी करे, स्वस्थ जीवन दे और इस क्षेत्र में कर्मशीलता का जीवन दे। बहुत बहुत धन्यवाद।”