श्याम बेनेगल की अंत्येष्टि पर ना बड़े सितारे पहुंचे न कोई दिग्गज नेता, राजकीय सम्मान से हुआ संस्कार
भीम राज गर्ग। समानांतर सिनेमा के मसीहा फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल का किडनी की पुरानी बीमारी के कारण 90 साल की आयु में 23 दिसंबर, 2024 को निधन हो गया था। उनका अंतिम संस्कार 24 दिसंबर को पूरे राजकीय सम्मान और तीन तोपों की सलामी के साथ दादर के शिवाजी विद्युत् शवदाह गृह में किया गया।
अंतिम संस्कार की प्रक्रिया उनकी पत्नी नीरा, बेटी पिया और परिवार के सदस्यों के रूप में अभिनेता नसीरुद्दीन शाह और अभिनेता रजित कपूर (ब्योमकेश बक्शी) ने पिंडदान करते हुए पूरी की।
इस अवसर पर गुलजार, कुलभूषण खरबंदा, इला अरुण, रत्ना पाठक शाह, हंसल मेहता, जावेद अख्तर, दिव्या दत्ता, बमन ईरानी, कुणाल कपूर, अनंग देसाई, पल्लवी जोशी और विजय कश्यप आदि शामिल हुए। शोकाकुल भीड़ ने “श्याम बाबू अमर रहें” के नारों से उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
मुख्यधारा के कोई भी फिल्म निर्माता, निर्देशक और कलाकार नहीं आए
परन्तु बड़े अफ़सोस की बात है कि मुख्यधारा के सिनेमा का प्रतिनिधित्व करने वाला कोई भी फिल्म निर्माता, निर्देशक या कलाकार उनकी अंतिम यात्रा में उपस्थित नहीं था। यद्द्पि भारतीय सिनेमा में श्याम बेनेगल के योगदान को याद करते हुए अमिताभ बच्चन, नफीसा अली, करिश्मा कपूर और अजय देवगन ने सोशल मीडिया के माध्यम से श्रद्धांजलि दी।
अपनी फिल्मों द्वारा समाज को आईना दिखाते रहे बेनेगल
दिग्गज निर्देशक और पटकथा लेखक श्याम बेनेगल अंकुर, निशांत, मंथन, भूमिका, जुनून, मंडी जैसी फिल्मों द्वारा समाज को आईना दिखाते रहे। देश के बड़े नागरिक सम्मान पद्मश्री, पद्मभूषण के अतिरिक्त भारतीय सिनेमा का शीर्ष पुरस्कार दादा साहब फाल्के से सम्मानित बेनेगल ने जुबैदा, द मेकिंग ऑफ द महात्मा, नेताजी सुभाष चंद्र बोसः द फॉरगॉटेन हीरो, आरोहण, वेलकम टु सज्जनपुर जैसी फिल्में रचीं। उन्होंने कुल 24 फिल्में, 45 वृत्तचित्र और 1500 विज्ञापन फिल्में बनाईं।