चीन की किशमिश से महाराष्ट्र के किसानों को हुआ भारी नुकसान, उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने केंद्र को पत्र लिखकर बोली यह बड़ी बात

महाराष्ट्र में चीन से कर चोरी करके निम्न गुणवत्ता वाले किशमिश की बड़े पैमाने पर अवैध आयात हो रही है, जिससे अंगूर उत्पादक किसानों और राष्ट्रीय राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है। उपमुख्यमंत्री तथा राज्य के वित्त व नियोजन मंत्री अजित पवार ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर चीन से हो रही किशमिश की अवैध आयात को तत्काल रोकने की मांग की है। इस पत्र में अंगूर उत्पादक किसानों के आर्थिक नुकसान को रोकने के लिए किशमिश के दाम स्थिर रखने हेतु आवश्यक उपाय योजनाओं की भी मांग की है।
इस संदर्भ में, उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर महाराष्ट्र और देशभर के अंगूर उत्पादक किसानों के मुद्दों की ओर उनका ध्यान आकर्षित किया है।
दाम में भारी कटौती से किसानों को हुआ भारी नुकसान
उपमुख्यमंत्री ने पत्र के जरिये बताया कि चीन से निम्न गुणवत्ता वाले किशमिश की अवैध आयात में वृद्धि हुई है। आयात शुल्क और करों की चोरी करके किशमिश को बड़े पैमाने पर भारत लाया जा रहा है। इस कर चोरी से सरकार का राजस्व डूब रहा है और राष्ट्रीय खजाने को नुकसान हो रहा है। मौसम के दौरान हो रही अवैध आयात के कारण देश में उत्पादित किशमिश के दाम प्रति किलोग्राम 100 से 125 रुपये तक गिर गए हैं। इससे अंगूर उत्पादक किसानों को भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। इसे रोकने के लिए केंद्र सरकार को तत्काल उपाय करने चाहिए।
कठोर कार्रवाई की मांग की
अजित पवार ने लिखा कि अवैध आयात और बिक्री को रोकने के लिए कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। आयातित किशमिश की गुणवत्ता की जांच और कर वसूली को सटीक करने के लिए बंदरगाहों, हवाई अड्डों और बाजारों में जांच और कर वसूली तंत्र को मजबूत किया जाना चाहिए। मौसम के दौरान किशमिश के बाजार मूल्य को स्थिर रखने और किसानों के संभावित नुकसान को रोकने के लिए तत्काल आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए।
महाराष्ट्र राज्य द्राक्ष उत्पादक संघ, पुणे ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार से मुलाकात कर इस मुद्दे की ओर उनका ध्यान आकर्षित किया था और इस समस्या के समाधान की मांग की थी, जिसके परिणामस्वरूप उपमुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार को पत्र लिखा है।