Mahakumbh 2025: जब तक सूरज-चांद रहेगा तब तक सनातन धर्म रहेगा, महाकुंभ में डुबकी लगाने के बाद बोले हिमन्त बिश्व शर्मा, ममता बनर्जी को दी यह बड़ी नसीहत

महाकुम्भ में एक ओर देश-दुनिया के करोड़ों भक्त रोजाना त्रिवेणी संगम के पवित्र जल में स्नान करके खुद को धन्य मान रहे हैं, वहीं कुछ दलों द्वारा महाकुम्भ को लेकर जारी राजनीतिक बयानबाजी को लेकर एक बड़ा संदेश प्रयागराज की धरती से दिया गया है। शुक्रवार को असम के सीएम और भाजपा के फायरब्रांड नेता हिमन्त बिश्व शर्मा ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के विवादास्पद बयान पर उन्हें नसीहत देते हुए महाकुम्भ में आने और यहां की भव्य व्यवस्थाओं को खुद अनुभूत करने का निमंत्रण दे दिया है।

वहीं, दूसरी ओर पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेन्दु अधिकारी ने प्रयागराज की धरती को अमृत संगम बताते हुए महाकुम्भ में आस्था की डुबकी लगाने को प्रत्येक सनातनी के लिए गर्व का क्षण करार दिया।

इसके अलावा शुक्रवार को तीर्थराज प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में प्रसिद्ध उद्योगपति राजेश अदाणी, त्रिनिदाद एंड टोबैगो का प्रतिनिधिमंडल, लोजपा (रामविलास) की सांसद शाम्भवी चौधरी समेत कई दिग्गजों ने किया स्नान कर खुद का जीवन धन्य माना। सभी ने सीएम योगी और स्थानीय प्रशासन की व्यवस्थाओं की तारीफ करते हुए इसे अनुकरणीय करार दिया।

हिमन्त ने ममता बनर्जी को दी नसीहत

प्रयागराज पहुंचकर पवित्र त्रिवेणी में परिवार समेत स्नान कर असम के सीएम हिमन्त बिश्व शर्मा ने ममता बनर्जी को नसीहत दी। उन्होंने कहा “कांग्रेस पार्टी और इंडी गठबंधन सनातन विरोधी है। मैं ममता दीदी से आग्रह करूंगा कि वे भी महाकुम्भ में आयें, यहां की व्यवस्थाओं को प्रत्यक्ष रूप से देखें और संगम में डुबकी लगायें।”

सनातन ही अतीत, वर्तमान और विश्व का भविष्य है

असम के मुख्यमंत्री ने यह भी कहा “सनातन ही अतीत, सनातन ही वर्तमान, और सनातन ही विश्व का भविष्य है। मैं अपने आप को बहुत सौभाग्यशाली मानता हूं कि मैं महाकुम्भ में भाग ले सका।” उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार और सीएम योगी को इतनी बढ़िया व्यवस्था करने के लिए बधाई भी दी।

सिर्फ नदियों का नहीं आस्था, अध्यात्म और विरासत का संगम है

हिमन्त बिश्व शर्मा से खुद अपने सोशल मीडिया अकाउंट से तस्वीरें और वीडियो भी शेयर किए। उन्होंने लिखा कि त्रिवेणी संगम पर आज मैंने जो डुबकी लगाई, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। यह सिर्फ नदियों का संगम नहीं है, यह करोड़ों संतों की आस्था, अध्यात्म और विरासत का संगम है। महाकुम्भ मनुष्य को महादेव से जोड़ने वाला दिव्य सेतु है। इससे पूर्व, उन्होंने लिखा कि तीर्थराज प्रयागराज में परिवार सहित त्रिवेणी संगम स्नान करने का अपार सौभाग्य प्राप्त हुआ। जब तक सूरज-चांद रहेगा, तब तक सनातन धर्म रहेगा। हर हर महादेव।

प्रयागराज की धरती अमृत संगम की धरती- शुभेन्दु अधिकारी

प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में स्नान कर खुद को धन्य मानने वालों की फेहरिस्त में पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेन्दु अधिकारी का नाम भी शामिल रहा। अधिकारी भी शुक्रवार को बमरौली एयरपोर्ट से वीआईपी घाट पर पहुंचे जहां उन्होंने त्रिवेणी संगम में स्नान कर अपने जीवन को सफल बताया।

शुभेन्दु अधिकारी ने कहा कि एक हिंदू, एक सनातनी तथा भारत माता का पुत्र होने के नाते, 144 के बाद आए महाकुंभ के दौरान त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाने का यह अवसर हमारे लिए ‘अमृत’ की प्राप्ति है। प्रयागराज की धरती अमृत संगम की धरती है। यहां महाकुम्भ में हुई व्यवस्थाओं के लिए उन्होंने पीएम मोदी के मार्गदर्शन और सीएम योगी के कुशल क्रियान्वयन को धन्यवाद देते हुए स्थानीय प्रशासन की तारीफ की।

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