Happy Birthday Madhuri Dixit: जब पाक सैनिक ने कहा कश्मीर के बदले माधुरी दीक्षित दे दो

  • प्रदीप सरदाना 

वरिष्ठ पत्रकार एवं फिल्म समीक्षक 

भारतीय सिनेमा के 112 साल के अब तक के इतिहास में यदि हम अपनी 12 सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्रियों को चुनें तो उनमें माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) का नाम भी आएगा। यही माधुरी (Madhuri Dixit) अब 15 मई को 58 बरस की होने जा रही हैं। लेकिन उनका रूप सौन्दर्य और आकर्षण आज भी बरकरार है। इधर माधुरी (Madhuri Dixit) ने फिल्मों में भी अपने 41 बरस पूरे कर लिए हैं।

बड़जात्या ने कराई थी माधुरी से मेरी पहली मुलाकात

माधुरी (Madhuri Dixit) से मेरी पहली मुलाक़ात भी उनकी पहली फिल्म ‘अबोध’ (1984) प्रदर्शन से कुछ पूर्व हुई थी। ‘अबोध’ के निर्माता राजश्री प्रॉडक्शन (Rajshri Productions) के प्रमुख तारा चंद बड़जात्या जी (Tarachand Barjatya) ने मुंबई के अपने प्रभा देवी स्थित कार्यालय में माधुरी (Madhuri Dixit) से मेरी मुलाक़ात कराई थी। तब से अब तक माधुरी (Madhuri Dixit) कितनी ही यादगार-शानदार फिल्में कर चुकी हैं। अब चाहे वह बहुत कम फिल्में कर रही हैं। लेकिन फिल्मों और टीवी में उनकी सक्रियता देखते ही बनती है।

पाक सैनिकों के भी सिर चढ़ कर बोलता रहा है माधुरी का जादू

इधर अब जब भारत पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए पाक आतंकियों का खात्मा कर रहा है। साथ ही पाक सेना की नापाक हरकतों का जवाब देने के लिए पाक सैनिकों को भी धूल छटा रहा है, तो कारगिल युद्द के दौरान माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) से जुड़े एक दिलचस्प किस्से की भी याद हो आई। यह किस्सा बताता है कि माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) का जादू पाकिस्तान के सैनिकों के भी सिर चढ़ कर बोलता रहा है।

‘कश्मीर के बदले माधुरी दीक्षित दे दो’

हुआ यह कि 1999 में जब कैप्टन विक्रम बत्रा कारगिल युद्द लड़ रहे थे तो एक पाक सैनिक ने चीख कर उनसे कहा हमको कश्मीर के बदले माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) दे दो, अल्लाह कसम हम वापस चले जाएँगे। इस पर विक्रम बत्रा ने उस सैनिक से कहा-माधुरी अभी शूटिंग में व्यस्त हैं। फिलहाल तुम इनसे (गोलियों से) काम चलाओ। इसके बाद विक्रम बत्रा ने उस पाक सैनिक पर गोलियां दाग दीं।

कैप्टन विक्रम बत्रा और माधुरी दीक्षित

कारगिल के माधुरी (Madhuri Dixit) और कश्मीर के इस प्रसंग का जिक्र माधुरी (Madhuri Dixit) ने स्वयं सिमी गरेवाल (Simi Garewal) के शो ‘रेंडेबू विद सिमी गरेवाल’ (Rendezvous with Simi Garewal) में तो किया ही था। साथ ही कैप्टन विक्रम बत्रा (Captain Vikram Batra) पर बनी फिल्म ‘शेरशाह’ (Shershaah) में भी इस प्रसंग को दृश्य के रूप में दिखाया था।

चार बहन भाइयों में सबसे छोटी हैं माधुरी

मुंबई में 15 मई 1967 को एक मराठी ब्राह्मण परिवार में जन्मी माधुरी (Madhuri Dixit) के पिता शंकर दीक्षित पेशे सी इंजीनियर थे। जबकि माँ स्नेहलता दीक्षित एक गृहणी होने के साथ शास्त्रीय नृत्य और गायन में अच्छी ख़ासी दिलचस्पी रखती रही हैं। माधुरी (Madhuri Dixit) अपने चार बहन भाइयों में सबसे छोटी हैं। इसलिए उन्हें परिवार में सभी का खूब प्यार मिला।

17 बरस की उम्र में फिल्म ‘अबोध’ से की शुरुआत

माधुरी (Madhuri Dixit) 3 बरस की थीं कि उनकी मम्मी ने उन्हें कथक नृत्य सीखाना शुरू कर दिया था। इसके बाद 17 बरस की उम्र में ही माधुरी को पहली फिल्म ‘अबोध’ मिल गयी। लेकिन अपनी पहली फिल्म न चलने पर माधुरी (Madhuri Dixit) को जब बहुत दुःख हुआ तो उनकी माँ ने ही उन्हें हिम्मत बंधायी। ‘अबोध’ के चार साल बाद 1988 में फ़िल्मकार एन चंद्रा की ‘तेज़ाब’ में जब माधुरी,अनिल कपूर (Anil Kapoor) के साथ आईं तो वह सुपर हिट हो गईं। फिल्म के गीत ‘एक दो तीन’ पर किये माधुरी (Madhuri Dixit) के डांस ने उन्हें सुपर स्टार बना दिया।

सरोज खान की सबसे पसंदीदा नायिका थीं

कोरियोग्राफर सरोज खान (Saroj Khan) की तो माधुरी (Madhuri Dixit) सबसे पसंदीदा नायिका थीं। सन 2004 में जब सरोज खान को फिल्म ‘देवदास’ (Devdas) के गीत ‘डोला रे डोला’ की कोरियोग्राफी के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला, तब मैं उस समारोह में मौजूद था। डोला रे डोला में माधुरी (Madhuri Dixit) और ऐश्वर्या (Aishwarya Rai) दोनों थीं। मैंने सरोज खान से पूछा कि आपकी नज़र में इन दोनों में बेस्ट डांसर कौन है ? इस पर सरोज खान ने तपाक से कहा- अफ़्कोर्स माधुरी (Madhuri Dixit)।

अब तक 75 फिल्में कर चुकी हैं

माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) अब तक करीब 75 फिल्में कर चुकी हैं। जिनमें दयावान, दिल, साजन, बेटा, खलनायक, अंजाम से लेकर हम आपके हैं कौन,पुकार,लज्जा,याराना,दिल तो पागल है,देवदास और ढेढ़ इश्किया जैसी बहुत सी शानदार फिल्में हैं।  पिछले दिनों भी वह ‘मज़ा मा’ और ‘भूल भुलइयां-3’ (Bhool Bhulaiyaa 3) जैसी फिल्मों में आयीं। यहाँ तक एक मराठी कॉमेडी फिल्म ‘पंचक’ का निर्माण भी माधुरी (Madhuri Dixit) ने किया। साथ ही वह विज्ञापन फिल्मों के साथ वेब सीरीज भी कर रही हैं तो ‘झलक दिखला जा’ और ‘डांस दीवाने’ जैसे टीवी शो में जज बनकर भी आती रही हैं।

पदमश्री और 6 फिल्मफेयर समेत 25 पुरस्कार मिल चुके हैं

अपनी विभिन्न उपलब्धियों के लिए माधुरी को अब तक विभिन्न 25 पुरस्कार मिल चुके हैं। जिनमें पदमश्री और 6 फिल्मफेयर पुरस्कार भी शामिल हैं। सन 2023 में गोवा के अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में भी भारत सरकार ने माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) को विशेष सम्मान से पुरस्कृत किया।

नयी अभिनेत्रियाँ माधुरी जैसा बनना चाहती हैं

पिछले कुछ बरसों में माधुरी (Madhuri Dixit) से फिल्म-टीवी के सेट्स या पत्रकार सम्मेलन में कई बार मुलाक़ात होती रही है। वह हर बार बहुत अच्छे से मिलती हैं। माधुरी (Madhuri Dixit) के अभिनय, नृत्य, हंसी, खूबसूरती आदि को देखें तो मधुबाला के वह कुछ करीब सी दिखती हैं। डांसिंग स्टार में भी उन्हें वैजयंती माला (Vyjayanthimala) और हेमा मालिनी (Hema Malini) के साथ रखा जा सकता है। लेकिन बड़ी बात यह है कि पहले नयी अभिनेत्रियाँ मीना कुमारी, मधुबाला, नर्गिस जैसा बनना चाहती थीं। जबकि अब बहुत सी नयी अभिनेत्रियाँ कहती हैं- वह माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) जैसा बनना चाहती हैं।

फिल्म ‘हम आपके हैं कौन’ से शिखर पर पहुंची माधुरी

माधुरी (Madhuri Dixit) के अभिनय के शिखर को लें तो वह 1994 का वह बरस था, जब उनकी ‘हम आपके हैं कौन’ (Hum Aapke Hain Koun) प्रदर्शित हुई। निर्देशक सूरज बड़जात्या (Sooraj Barjatya) की इस फिल्म ने सफलता, लोकप्रियता के  शिखर को तो छुआ ही। साथ ही तब वह उस दौर की सबसे महंगी हीरोइन भी बन गईं। फिर यह फिल्म पूरी तरह माधुरी (Madhuri Dixit) की ऐसी फिल्म थी जिसमें उनके अभिनय के कई रंग एक साथ देखने को मिलते हैं।

नृत्य का अंदाज दीवाना बना देता है

माधुरी (Madhuri Dixit) के करियर की एक खास बात यह है कि उन्होंने जहां रोमांटिक भूमिकाओं को एक नया शिखर दिया। वहाँ कॉमेडी और ट्रेजिडी में भी वह किसी से पीछे नहीं रहीं। माधुरी (Madhuri Dixit) के नृत्य का अंदाज तो उनका दीवाना बना देता है।

मैं हर पल में खुशी ढूंढती हूँ- माधुरी दीक्षित

बढ़ती उम्र में भी उनकी आकर्षण छवि को लेकर जब मैंने माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) से कुछ समय पहले पूछा–‘’लोगों की उम्र समय के साथ दिन पर दिन बढ़ती है लेकिन आपकी तो दिन पर दिन कम हो रही हैं ? तब माधुरी यह सुन खुशी से चहकीं भी और कुछ शर्माईं भी। फिर बोलीं-‘’ओह हो हो हो,थैंक यू। इसमें राज जैसा कुछ नहीं है। यह आपका प्यार है। हाँ मैं लगभग हर रोज डांस प्रेक्टिस जरूर करती हूँ। थोड़ा बहुत योग भी करती हूँ। लेकिन जो एक और बात है वह यह कि मैं हर पल में खुशी ढूंढती हूँ।‘’

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