पीयूष गोयल के ‘जनता दरबार’ में उमड़ी भारी भीड़, बोले उत्तर मुंबई को उत्तम बनाएंगे, राष्ट्र की तरह उत्तर मुंबई की समस्याओं का समाधान भी आवश्यक

उत्तर मुंबई के नागरिकों की समस्याओं के समाधान के लिए रविवार को कांदिवली (पश्चिम) स्थित लोककल्याण कार्यालय में जनता दरबार का आयोजन किया गया। केंद्रीय मंत्री व उत्तर मुंबई के सांसद पीयूष गोयल ने इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया। इस दौरान उन्होंने नागरिकों की समस्याएं सुनी और बीएमसी, एसआरए, म्हाडा, वन विभाग, रेलवे और सड़क परिवहन जैसे विभिन्न विभागों के साथ समन्वय कर कई मुद्दों का समाधान कराया। जनता दरबार में लगभग 35 मामलों पर चर्चा की गई।
विषयों में लंबित पुनर्वास योजनाएं, बीएमसी द्वारा दुकानों और घरों पर की गई तोड़-फोड़ कार्रवाई, अवैध निर्माण, बिल्डरों की मनमानी, छात्रों, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों की समस्याएं, मंदिरों के जीर्णोद्धार, कोली समुदाय के मुद्दे, बार मालिकों की शिकायतें, खेल के मैदानों की कमी और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं शामिल थीं। कई मामलों में पीयूष गोयल ने संबंधित अधिकारियों से सीधे फोन पर बात कर तत्काल हस्तक्षेप किया, जबकि कुछ मुद्दों के लिए उन्होंने अधिकारियों को मौके पर जाकर निरीक्षण कर समाधान देने के निर्देश दिए।
एक विशेष मामला मालाड की सुनंदा सावंत का था, जिनकी फूल और अगरबत्ती की दुकान 40 वर्षों से चल रही थी, लेकिन बीएमसी ने उसे तोड़ दिया। इस पर केन्द्रीय मंत्री गोयल ने संबंधित वॉर्ड अधिकारी से बात कर मामले को सुलझाने के निर्देश दिए। कांदिवली (प.) के महावीर नगर की आठ सोसायटियों के निवासियों ने पुनर्विकास कार्यों में बिल्डरों द्वारा बाधा डालने की शिकायत की। उन्होंने म्हाडा से मांग की कि वह स्वयं परियोजनाओं का संचालन करे और लापरवाह बिल्डरों को ब्लैकलिस्ट किया जाए। गोयल ने इस पर सहमति जताई और म्हाडा को निर्देश दिया कि या तो वह खुद काम संभाले या योग्य विकासकों की नियुक्ति करे।
सांसद गोयल ने यह भी सुझाव दिया कि उत्तर मुंबई के जीर्ण मंदिरों की सूची तैयार कर एक समिति गठित की जाए और विश्व हिंदू परिषद की मदद से उनके मुद्दे सुलझाए जाएं। साथ ही उन्होंने बीएमसी से अपील की कि वे अवैध रूप से कचरा फेंके जाने वाले स्थानों की निगरानी करें और दोषियों पर कार्रवाई करें। उत्तर मुंबई के बेरोजगार युवाओं को कांदिवली के स्किल डेवलपमेंट सेंटर से जोड़कर उनके कौशल को पहचानने, प्रशिक्षण देने और नौकरी दिलवाने की अपील भी पीयूष गोयल ने की।
स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी पर केन्द्रीय मंत्री ने मालाड पश्चिम के बीएमसी दवाखाने की खराब स्थिति और क्षेत्र में एम्बुलेंस की अनुपलब्धता पर चिंता जताई। शताब्दी अस्पताल की दूरी 20 किमी होने के कारण उन्होंने आक्सा से मढ तक आधुनिक एम्बुलेंस सेवाएं उपलब्ध कराने की मांग का समर्थन किया।
इसके अलावा, पीयूष गोयल ने उन क्षेत्रों में “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान शुरू करने की अपील की जहाँ खाली जगहों पर अवैध गतिविधियाँ और गंदगी फैल रही है। उन्होंने साफ-सफाई और सतर्कता बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया।
उत्तर मुंबई की स्थानीय समस्याओं का समाधान भी आवश्यक
केंद्रीय मंत्री व उत्तर मुंबई के सांसद पीयूष गोयल ने कहा कि “राष्ट्रीय कर्तव्य निभाते हुए मैं पिछले एक महीने से राष्ट्रीय कर्तव्यों के पालन हेतु विदेश दौरे पर था, जिस कारण उत्तर मुंबई में उपस्थित नहीं हो सका। इसीलिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जनता दरबार आयोजित किया गया। नागरिकों ने कई समस्याएं रखीं, जिन्हें हमने यथासंभव सुलझाने का प्रयास किया। उत्तर मुंबई की स्थानीय समस्याओं का समाधान करना भी उतना ही आवश्यक है जितना राष्ट्रीय कर्तव्य निभाना।
उत्तर मुंबई को उत्तम बनाएंगे
पीयूष गोयल ने इस सब को लेकर एक्स पर एक पोस्ट में कहा “1 वर्ष पूर्व उत्तर मुंबई ने पूरे विश्वास और आशीर्वाद के साथ मुझे यहां की सेवा करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी थी। यहां की समस्याओं को मैंने अपना समझा और परिवार के एक सदस्य के रूप में उनको दूर करने की दिशा में हर संभव प्रयास कर रहा हूँ। इसी कड़ी में आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हमारे उत्तर मुंबई के पार्टी पदाधिकारियों की उपस्थिति में आयोजित जनता दरबार में, क्षेत्र से आए अपने परिवारजनों से उन्हें आ रही समस्याओं के बारे में जाना और उन्हें शीघ्र दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाए। हमारा संकल्प है कि हम अपनी उत्तर मुंबई को उत्तम बनाएंगे और इस दिशा में सभी एक साथ मिल-जुलकर आगे बढ़ रहे हैं।”