गोवा में पेरिस के एफिल टॉवर जैसा बनेगा 125 मीटर ऊंचा ऑब्जर्वेटरी टॉवर, नितिन गडकरी भूमी पूजन कर रखेंगे आधारशिला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और मार्गदर्शन में तथा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की संकल्पना से और गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत के प्रयासों से गोवा में नए जुआरी पुल पर पेरिस के एफिल टॉवर की तर्ज पर देखने वाले व्यूइंग गैलरी के साथ ऑब्जर्वेटरी टॉवर का निर्माण किया जा रहा है। नितिन गडकरी 23 मई 2025 को इस ऑब्जर्वेटरी टॉवर का भूमी पूजन करेंगे।
270.07 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली इस परियोजना में पेरिस के एफिल टॉवर से प्रेरित ऑब्जर्वेटरी टॉवर हैं। एक घूमने वाले रेस्तरां और एक आर्ट गैलरी सहित, इसे वैश्विक पर्यटक आकर्षण के रूप में डिज़ाइन किया जा रहा है। यह ऑब्जर्वेटरी गोवा के समृद्ध पर्यटन परिदृश्य में एक मील का पत्थर साबित होगी।
यह परियोजना DBFOT (डिजाइन, निर्माण, वित्त, संचालन और हस्तांतरण) मोड पर क्रियान्वित है, जिसमें रियायतकर्ता परियोजना की पूर्ण निर्माण के साथ 50 वर्षों की रियायत अवधि के लिए सुविधा का संचालन करेगा। इसमें सरकार पर शून्य वित्तीय बोझ होगा। ऑब्जर्वेटरी टॉवर को दो पाइल कैप फाउंडेशन पर पाईल के बीच बनाने का प्रस्ताव है। इसमें व्यूइंग गैलरी, कैफेटेरिया और सभी पर्यटन सुविधाएं होंगी। न्यू जुआरी ब्रिज के शीर्ष पर इन टॉवर की ऊंचाई 125 मीटर होगी। प्रत्येक टावर में शाफ्ट का आयाम 8.50 मीटर x 5.50 मीटर होगा।
टॉवर के ऊपरी हिस्से में दो विशाल तल हैं जिनका न्यूनतम आयाम 22.50 मीटर x 17.80 मीटर है। इसमें विजिटर्स के लिए कैप्सूल लिफ्ट का प्रावधान है। पर्यटकों को टॉवर तक पहुंचने के लिए 7.50 मीटर की कैरिज विड्थ के साथ समुद्री हिस्से में दोनों तरफ वॉकवे ब्रिज बनाए जा रहे है। विजिटर्स की सुविधा के लिए पुल के दोनों छोर पर पार्किंग का प्रावधान किया गया है।
इस परियोजना से गोवा में पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर निर्माण होंगे। यह हॉस्पिटैलिटी, परिवहन और रिटेल जैसे क्षेत्रों को बढ़ावा देकर स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा देगा। इसके अलावा, यह गोवा को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आर्किटेक्चरल पर्यटन और अनुभव संपन्न यात्रा के लिए एक प्रमुख गंतव्य के रूप में स्थापित करेगा।