Bharat Rang Mahotsav 2025: NSD में आलोक शुक्ला के नये नाट्य संग्रह ‘अजीब दास्तां’ पुस्तक का हुआ भव्य लोकार्पण

जाने माने रंगकर्मी आलोक शुक्ला के नये नाट्य संग्रह ‘अजीब दास्तां’ पुस्तक का भव्य लोकार्पण 4 फरवरी को शाम 5 बजे राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय नई दिल्ली के परिसर में ‘भारत रंग महोत्सव’ के अंतर्गत श्रुति कार्यक्रम में सम्पन्न हुआ। इस दौरान राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के डायरेक्टर और प्रसिद्द अभिनेता चितरंजन त्रिपाठी, प्रसिद्द रंग समीक्षक संगम पाण्डेय और एनएसडी (:) के प्रकाशन प्रमुख डॉक्टर प्रकाश झा भी मंच पर मौजूद रहे।
‘अजीब दास्तां’ को आज के ज़माने का ‘आधे – अधूरे’ करार दिया
इस मौके पर नाट्य संग्रह पर चर्चा करते हुए प्रसिद्द रंग समीक्षक संगम पाण्डेय ने आलोक शुक्ला की गंभीर बीमारी से उबरने के क्रम में उनके नाट्य लेखन और रंगकर्म की प्रशंसा करते हुए अजीब दास्तां को आज के ज़माने का ‘आधे – अधूरे’ करार दिया और कहा कि आधे अधूरे में सब किसी चीज की तलाश में रहते हैं तो अजीब दास्तां में सब कुछ होते हुए भी लोग टूटे हुए हैं। जिस पर आलोक शुक्ला ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि ये नाटक महानगर मुंबई के दो ऐसे परिवारों के दाम्पत्य जीवन के टूटते – बिगड़ते रिश्तों पर है जबकि दूसरा नाटक एक हास्य नाटक है।
आलोक शुक्ला 4 साल से पैरलीसिस से पीड़ित हैं
बता दें कि आलोक शुक्ला बीते चार साल से जीबीएस पैरलीसिस से पीड़ित हैं और अभी भी पूरी तरह से ठीक नहीं हुए हैँ लेकिन इसी दौरान उन्होंने अपने नाट्य लेखन को जारी रखा और उनके तीन नाट्य संग्रह, एक रंग संस्मरण और एक काव्य संग्रह प्रकाशित होकर आये। इसी के साथ पिछले साल मंच पर भी अपने लिखे नाटकों का निर्देशन और अभिनय करते हुए उन्होंने वापसी की।
लोकार्पण के दौरान विशेष रूप से प्रयाग शुक्ल, राजेश कुमार, हेमंत मिश्रा,शिवकेश मिश्रा, महेन्द्र प्रसाद सिंह, सुनील रावत, प्रताप सिंह, नीतू शुक्ला, अर्जुन राजपूत समेत कई रंगकर्मी और लेखक उपस्थिति रहे। इस नाट्य संग्रह को इंडिया नेटबुक्स वेबसाइट अमेजन और फिलिपकार्ट से प्राप्त किया जा सकता है।