Ramayana: ‘रामायणम’ की पहली झलक में ही दिखा भव्यता और आधुनिक तकनीक का अनुपम संगम

- प्रदीप सरदाना
वरिष्ठ पत्रकार एवं फिल्म समीक्षक
हाल ही में निर्माता नमित मल्होत्रा (Namit Malhotra) और निर्देशक नितेश तिवारी (Nitesh Tiwari) की फिल्म ‘रामायणम’ (Ramayana) की पहली झलक देखी तो लगा भारत जल्द ही सिनेमा के एक नए आधुनिक और भव्य शिखर पर पहुँचने को है। हालांकि ‘रामायणम’ (Ramayana) की यह पहली झलक लगभग 3 मिनट की थी।
लेकिन कहते हैं उबले चावल का एक दाना देखने से अहसास हो जाता है कि चावल कैसे पके हैं। फिर एक पुरानी कहावत यह भी है कि ‘होनहार बिरवान के होत चिकने पात’। इसलिए एक छोटी सी झलक से ‘रामायणम’ (Ramayana) फिल्म की अनुपम भव्यता तो दिखी ही। साथ ही यह भी कि भारतीय सिनेमा अब उस नए युग में पहुँच रहा है, जहां हमारी फिल्में हॉलीवुड फिल्मों के सामने शान से खड़ी हो सकती हैं।
फिर यह भी कि रामायण (Ramayan) पर बनी यह नयी फिल्म दर्शकों को एक नयी अकल्पनीय दुनिया में ले जाएगी। हालांकि यह फिल्म कितनी सफल होती है, कितनी नहीं और यह फिल्म कुल मिलाकर कैसी है, इसकी भविष्यवाणी अभी नहीं की जा सकती। क्योंकि फिल्म की सफलता फिल्म के कथानक, निर्देशन, गीत-संगीत और कलाकारों के अभिनय पर भी बहुत निर्भर करती है।
‘रामायण’ पर फिल्म बनाने में दिलचस्पी शुरू से रही
यूं ‘रामायण’ (Ramayan) पर फिल्म बनाने में फ़िल्मकारों की दिलचस्पी शुरू से रही है। बड़ी बात यह भी कि भारतीय फ़िल्मकारों ने ही नहीं विदेशी फ़िल्मकारों ने भी राम कथा और रामायण को अपने अपने ढंग से रजत पट पर उतारा है। जिनमें जापान के फ़िल्मकार युगो साको की ‘द लीजेंड ऑफ प्रिंस राम’ (Ramayana: The Legend of Prince Rama) तो काफी सुर्खियों में रही। जबकि दो वर्ष पूर्व प्रदर्शित ‘आदिपुरुष’ (Adipurush), रामायण पर बनी सबसे विवादित और सबसे बेहूदी फिल्म सिद्द हुई। लेकिन ‘राम राज्य’ और ‘सम्पूर्ण रामायण’ जैसी रामायण पर बरसों पहले बनीं कुछ फिल्में आज भी सम्मान से याद की जाती हैं।
बदलते युग में जारी है रामायण पर फिल्म बनाने का सिलसिला
असल में हमारे लिए रामायण (Ramayan) पर बनी कोई फिल्म सिर्फ एक फिल्म नहीं है। वह करोड़ों लोगों की आस्था है, श्रद्धा है, विश्वास है। भगवान श्री राम (Shri Ram) को विश्व भर में 2.5 अरब से अधिक लोग पूजते हैं। यही कारण है कि सिनेमा के बदलते युग में आज भी रामायण पर फिल्म बनाने का सिलसिला जारी है। वह भी एक बड़े बजट की भव्य फिल्म। नमित मल्होत्रा (Namit Malhotra) की फिल्म –‘रामायणम’ (Ramayana) एक ऐसी ही फिल्म है। जिसे हिन्दी में तो ‘रामायणम’ (Ramayanam) लिखा जा रहा ही लेकिन अँग्रेजी में ‘रामायण’ (Ramayana) ही लिखा गया है। यह ‘रामायण’ (Ramayana) दो भागों में आएगी।
पहला भाग अगले बरस दिवाली (Diwali) पर प्रदशित होगा। जबकि दूसरा भाग 2027 की दिवाली पर। इसके बजट का अधिकृत खुलासा तो नहीं हुआ है। लेकिन सूत्रों के हवाले से चर्चा है कि इसके पहले भाग का बजट ही 800 करोड़ रुपए है। दोनों भाग का बजट तो 1600 करोड़ या उससे भी कुछ अधिक हो सकता है।
रणबीर, यश के साथ फिल्म का एक बड़ा आकर्षण सनी देओल भी हैं
फिल्म के प्रमुख कलाकारों की बात करें तो भगवान राम की भूमिका में रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) तो सीता जी की भूमिका में साई पल्लवी (Sai Pallavi) हैं। जबकि रावण का किरदार अभिनेता यश (Yash) को मिला है। जो फिल्म ‘केजीएफ’ (KGF) के नायक के रूप में अत्याधिक लोकप्रिय हुए। फिल्म का एक बड़ा आकर्षण सनी देओल (Sunny Deol) भी हैं। जो फिल्म में बजरंगबली की भूमिका में हैं। उधर एक और अहम भूमिका लक्ष्मण की है, वह रवि दुबे (Ravie Dubey) को मिली है।
अरुण गोविल बने हैं राजा दशरथ
दिलचस्प यह है कि रामानन्द सागर (Ramanand Sagar) के ‘रामायण’ सीरियल (Ramayan Serial) में राम की भूमिका से लोकप्रिय हुए अरुण गोविल (Arun Govil), इस फिल्म में राजा दशरथ बने हैं। अन्य प्रमुख भूमिकाओं मे लारा दत्ता (Lara Dutta) कैकेई, काजल अग्रवाल (Kajal Aggarwal) मंदोदरी और रकुल प्रीत सिंह (Rakul Preet Singh) शूर्पणखा हैं। फिल्म के संगीत की बात करें तो ऑस्कर विजेता ए आर रहमान (AR Rahman) और हांस जिमर (Hans Zimmer) की जोड़ी मिलकर इसका संगीत दे रही है।
‘रामायण’ का सबसे अहम आकर्षण फिल्म की तकनीक
लेकिन इस ‘रामायण’ का जो सबसे अहम आकर्षण है वह है इसकी तकनीक। फिल्म के निर्माण के लिए आधुनिक काल के सर्वाधिक प्रभावित आईमेक्स (IMAX) फॉर्मेट्स को अपनाया गया है। जिसे भव्यता के साथ साकार करने के लिए बॉलीवुड और हॉलीवुड की कई सिद्धहस्त तकनीकी हस्तियाँ एक साथ पहली बार किसी भारतीय फिल्म से जुड़ी हैं। राम–रावण के महायुद्द के लिए तो हॉलीवुड के उन दो स्टंट निर्देशक टेरी नोटरी और गाय नॉरिस को लिया है, जो ‘अवेंजर्स’ (Avengers), ‘प्लेनेट ऑफ द एप्स’ (Planet of the Apes) और ‘मैड मेक्स’ (Mad Max) जैसी फिल्मों के बेहतरीन ‘स्टंट सीन’ करके अपने नाम का लोहा दुनिया भर में मनवा चुके हैं।
फिल्म में अत्याधुनिक तकनीक के साथ प्राचीन भारत की भव्यता भी दिखे इसके लिए हमारे यहाँ ‘अलादीन’ और ‘दून-2’ जैसे फिल्मों के प्रॉडक्शन डिजाइनर रवि बंसल (Ravi Bansal) के साथ ‘कैप्टन अमेरिका’ और ‘टूमारोलैंड’ के रैम्से एवरी को लिया है। फिल्म के निर्माता प्राइम फोकस स्टूडियोज (Prime Focus Studios) और 8 बार के ऑस्कर विजेता वीएफएक्स स्टुडियो डीएनईजी (DNEG) हैं। साथ ही फिल्म में रावण का किरदार कर रहे यश (Yash) का ‘मॉन्स्टर माइंड क्रिएशंस’ (Monster Mind Creations) भी सहनिर्माता है।
देश के 9 शहरों में एक साथ दिखाई फिल्म की पहली झलक
उधर ‘रामायण’ (Ramayana) की पहली झलक को जिस व्यापक रंग से दिखाया गया वह भी दर्शाता है कि भारतीय फिल्मों में अब प्रचार का भी एक नया इतिहास रच दिया है। देश के 9 शहरों दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बंगलुरु, हैदराबाद, पुणे, कोच्चि और अहमदाबाद में एक साथ दोपहर सवा 12 बजे इसकी पहली झलक दिखाई गयी। साथ ही अमेरिका के न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में भी ‘रामायण-द इंट्रोडक्शन’ के ‘फ़र्स्ट लुक’ को देखने के लिए दर्शकों की उत्सुकता रही।
बड़ी बात यह है कि फिल्म के प्रदर्शन से करीब सवा साल पहले राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मंच पर इस तरह किसी भारतीय फिल्म की पहली झलक दिखाने की यह पहली घटना है। हालांकि बरसों पहले फिल्म के प्रचार के लिए कुछ निर्माता और कई तरह के अनोखे रंग आजमाते रहे हैं।
थिएटर में रणबीर को तीर चलाते देख लगे जय श्रीराम के नारे
फिल्म की झलक में सबसे पहले ब्रह्मा, विष्णु और शिव को एनीमेशन अवतार में दिखाया जाता है। तभी इसकी चकाचौंध सभी को अपनी गिरफ्त में ले लेती है। कुछ पलों के बाद जब राम के रूप में रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) अपनी हल्की झलक के साथ तीर चलाते हैं तो थिएटर में जय श्रीराम के नारे और तालियों की आवाज़ गूंज उठती है। अगले ही पल आधा मुख ढके रावण के रूप में यश दिखते हैं। यश के प्रशंसक भी तालियाँ बजा देते हैं।
अपनी विरासत को दुनिया के सामने प्रस्तुत कर रहे हैं नमित मल्होत्रा
फिल्म को लेकर नमित मल्होत्रा (Namit Malhotra) कहते हैं, ‘रामायण’ (Ramayana) को इस अंदाज़ और व्यापक स्तर पर बनाने का उनका पुराना सपना था जो अब साकार हो रहा है। ‘रामायण’ (Ramayana) के माध्यम से हम इतिहास को दोहरा नहीं रहे। बल्कि अपनी विरासत को पूरी दुनिया के सामने प्रस्तुत कर रहे हैं। हम सबने रामायण (Ramayan) को पहले भी देखा लेकिन हम इसके पात्रों, युद्दों और लोकों को उस भव्यता के साथ दर्शा रहे हैं जिस भव्यता के वे योग्य हैं।‘’
रामायण (Ramayana) पर बनी पिछली फिल्म ‘आदिपुरुष’ (Adipurush) से दर्शक हताश, निराश और आक्रोशित हैं। लेकिन इस ‘रामायण’ की पहली झलक ने दर्शकों मे फिल्म के प्रति एक बड़ी उत्सुकता बना दी है।