दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने किया ‘प्रदीप सरदाना की पत्रकारिता में अर्ध शताब्दी’ स्मारिका का अवलोकन, उपलब्धियों को देख रेखा गुप्ता के साथ मंत्री कपिल मिश्रा और प्रवेश वर्मा ने भी की सराहना

वरिष्ठ लेखक, पत्रकार, कवि और कला एवं फिल्म समीक्षक प्रदीप सरदाना (Pradeep Sardana) ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) से भेंट कर, उन्हें अपनी पत्रकारिता में स्वर्ण जयंती की स्मारिका भेंट की। इस मौके पर प्रदीप सरदाना (Pradeep Sardana) की पत्नी संगीता सरदाना, पुत्री स्तुति सरदाना और पुत्र कृतार्थ सरदाना भी मौजूद थे।

स्मारिका का अवलोकन करते हुए सीएम रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) ने प्रदीप सरदाना (Pradeep Sardana) को पत्रकारिता में स्वर्ण जयंती की बधाई देते हुए उनकी विभिन्न उपलब्धियों की सराहना की.
उल्लेखनीय है प्रदीप सरदाना दिल्ली प्रशासन को 1978 के उस दौर से कवर कर रहे हैं जब दिल्ली में मुख्यमंत्री के स्थान पर मुख्य कार्यकारी पार्षद का पद होता था. प्रदीप सरदाना ने तब तत्कालीन मुख्य कार्यकारी पार्षद केदार नाथ साहनी का इंटरव्यू किया था. जब 1993 में दिल्ली में विधानसभा का पुनर्गठन हुआ और पहले मदन लाल खुराना और फिर साहिब सिंह वर्मा, सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित तक सभी मुख्यमंत्रियों के इंटरव्यू श्री सरदाना ने किये. दिल्ली सरकार की कितनी ही योजनाओं, गतिविधियों और कार्यप्रणाली पर भी प्रदीप सरदाना बराबर लिखते रहे.

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) से मुलाकात के बाद प्रदीप सरदाना (Pradeep Sardana) ने अपनी यह स्मारिका दिल्ली सरकार के लोक निर्माण और जल मंत्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा (Parvesh Sahib Singh Verma) और कला संस्कृति और पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) को भी भेंट की।

मंत्री कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) और प्रवेश वर्मा (Parvesh Sahib Singh Verma) ने भी प्रदीप सरदाना (Pradeep Sardana) को अपनी बधाई और शुभकामनाएं दीं। साथ ही स्मारिका के विभिन लेखों और चित्रों का अच्छे से अवलोकन करते हुए प्रदीप सरदाना की गौरवपूर्ण यात्रा पर प्रसन्नता व्यक्त की.

स्मारिका में बेहद खास चित्रों के साथ विशिष्ट व्यक्तियों के लेख भी
‘प्रदीप सरदाना की पत्रकारिता में अर्ध शताब्दी’ स्मारिका में प्रदीप सरदाना (Pradeep Sardana) की 50 वर्षों की स्वर्णिम पत्रकारिता यात्रा को लेकर चित्रमय झांकी तो है ही। साथ ही उनके जीवन और उनकी लेखन-पत्रकारिता की यात्रा पर विशिष्ट व्यक्तियों के कुछ लेख भी हैं। जिनमें ‘स्वदेश’ (Swadesh) के समूह संपादक अतुल तारे (Atul Tare), ‘लोकमत समाचार’ (Lokmat Samachar) के संपादक विकास मिश्र (Vikas Mishra), भारतीय जनसंचार संस्थान के पूर्व महानिदेशक एवं माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय के प्रो. संजय द्विवेदी (Sanjay Dwivedi), दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज महाविद्यालय (Hansraj College) की प्राचार्य प्रोफेसर रमा (Professor Rama), जाने माने शिक्षाविद और साहित्यकार रत्न चंद सरदाना (Ratan Chand Sardana) और दूरदर्शन-डीडी न्यूज (Doordarshan DD News) की लोकप्रिय एंकर ममता चोपड़ा (Mamta Chopra) के लेख शामिल हैं।
इन अत्यंत विशिष्ट व्यक्तियों के शुभकामना संदेश भी हैं स्मारिका में
स्मारिका में देश के कुछ अत्यंत विशिष्ट व्यक्तियों के श्री सरदाना (Pradeep Sardana) के नाम शुभकामना संदेश भी हैं। जिनमें पूर्व उप प्रधानमंत्री भारत रत्न लाल कृष्ण आडवाणी, केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, गजेन्द्र सिंह शेखावत, मनसुख मांडविया, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, आयरलेंड में भारतीय राजदूत अखिलेश मिश्र श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र निर्माण समिति और प्रधानमंत्री संग्रहालय के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा, सांसद रवि किशन और बाँसुरी स्वराज के संदेश शामिल हैं।
बिहार के राज्यपाल आरिफ़ मोहम्मद खां ने घर आकर दी थी बधाई
स्मारिका का आकर्षण बिहार के महामहिम राज्यपाल आरिफ़ मोहम्मद खां (Arif Mohammad Khan) के वे चित्र भी हैं जब राज्यपाल उन्हें पत्रकारिता की स्वर्ण जयंती की बधाई देने स्वयं प्रदीप सरदाना (Pradeep Sardana) के दिल्ली निवास पहुंचे। स्मारिका का प्रकाशन लेखकों, पत्रकारों और कलाकारों की संस्था ‘आधारशिला’ (Aadharshila) और लीक से हटकर न्यूज पोर्टल ‘पुनर्वास ऑनलाइन डॉट कॉम (Punarvas online.com) ने किया है।