अमित शाह ने बिहार में जानकी मंदिर की रखी आधारशिला, बोले सीता माता ने आदर्श पत्नी, बेटी, मां और राजमाता के स्वरूपों को चरितार्थ किया

बिहार के सीतामढ़ी जिले के पुनौरा धाम में माता सीता को समर्पित भव्य जानकी मंदिर के निर्माण को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वैदिक मंत्रोच्चार और धार्मिक अनुष्ठानों के बीच भूमि पूजन किया और आधारशिला रखी। इस मौके पर उन्होंने पुनौरा धाम में पूजा अर्चना की और आशीर्वाद लि हैया।
भूमि पूजन के लिए 21 तीर्थस्थलों की मिट्टी और 31 नदियों का जल मंगवाया
अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर की तर्ज पर इस मंदिर परिसर का निर्माण 67 एकड़ भूमि में किया जा रहा है, जिसकी कुल लागत 882.87 करोड़ रुपये है। मंदिर की ऊंचाई 151 फीट होगी और इसके 2028 तक तैयार होने की उम्मीद है। बताया गया कि इस भूमि पूजन के लिए देश के 21 तीर्थस्थलों की मिट्टी, और 31 नदियों का जल मंगवाया गया। तिरुपति बालाजी मंदिर की तर्ज पर 50 हûजार लड्डू पैकेट तैयार किए गए हैं।
समारोह में बिहार सरकार के मंत्री, केंद्रीय मंत्री, साधु-संत भी उपस्थित रहे
शिलान्यास समारोह में बिहार सरकार के मंत्री, केंद्रीय मंत्री, साधु-संत, और हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहे। इस आयोजन के दौरान वातावरण पूर्णतः आध्यात्मिक रहा। राज्य सरकार और पर्यटन विभाग इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने में युद्धस्तर पर जुटे हैं।
मंदिर परिसर में सुविधाओं के लिए अत्याधुनिक व्यवस्थाएं
उल्लेखनीय है कि पुनौरा धाम को माता सीता की जन्मस्थली माना जाता है। यह मंदिर भविष्य में धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनने जा रहा है। मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए अत्याधुनिक व्यवस्थाएं की जा रही हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुनौरा धाम के पूर्ण रूप से तीर्थ स्थल के रूप में विकसित होने से बिहार में धार्मिक पर्यटन को गति मिलेगी और रोजगार के अवसर तेजी से बढ़ेंगे। अयोध्या के राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अनुरूप सीतामढ़ी में मां सीता की जन्मस्थली, पुनौरा धाम के समग्र विकास की योजनाएं 2028 तक पूरी होने की उम्मीद है।
सीता मंदिर 67 एकड़ में विकसित हो रहा है
सीता मंदिर और उसके आसपास लगभग 67 एकड़ भूमि में यह तीर्थ क्षेत्र विकसित हो रहा है। रामायण सर्किट के साथ ही केंद्र सरकार ‘हिंदू सर्किट’ योजना के तहत बाबा अजगैबीनाथ, सिंहेश्वर, उग्रतारा, चंडी स्थान, त्रिवेणी, मतिहानी, सुलेश्वर इत्यादि 14 प्रमुख मंदिरों को भी धार्मिक पर्यटन के विकास में शामिल कर रही है। इसके अलावा बोधगया, देवघर, गया, वैशाली जैसे बौद्ध और जैन स्थलों का भी विकास किया जा रहा है। इन सभी तीर्थों, मठ-मंदिरों और धार्मिक स्थलों के विकास से होटल, रेस्त्रां, ट्रांसपोर्ट, गाइडिंग, हस्तशिल्प, स्थानीय बाजार, और अन्य छोटी-बड़ी सेवाओं में रोजगार के हजारों नए मौके बनेंगे। हजारों स्थानीय युवाओं, महिलाओं और छोटे कारोबारियों के लिए यह जीवन में नया अवसर होगा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भूमि पूजन के बाद इस कार्यक्रम में आए लोगों को संबोधित किया। उन्होंने मिथिलांचल की संस्कृति की तारीफ करते हुए कहा कि सही अर्थों में मिथिलांचल की संस्कृति पूरे भारतीय संस्कृति का अनन्य गहना है।
आदर्श पत्नी, बेटी, मां और राजमाता के स्वरूपों को चरितार्थ किया
इस दौरान अमित शाह ने विपक्ष को निशाने पर लिया और एनडीए सरकार के किए गए विकास कार्यों की तारीफ की। उन्होंने आज के दिन को देश और दुनिया के लिए शुभ बताते हुए कहा कि माता सीता ने एक ही जीवन में आदर्श पत्नी, आदर्श बेटी, आदर्श मां और आदर्श राजमाता के स्वरूपों को चरितार्थ किया है। आज माता जानकी का जहां जन्म हुआ, उस पुनौरा धाम मंदिर के परिसर का समग्र विकास होने की नींव डालने का काम हुआ है।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि मां जानकी की जन्मस्थली पर जो यह भव्य मंदिर बनने जा रहा है, यह केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि मिथिलांचल के भाग्योदय की शुरुआत है। उन्होंने मिथिलांचल की संस्कृति के साथ यहां की कला की भी तारीफ की।
पीएम मोदी ने वैश्विक मंच पर मिथिला की कला को बढ़ाने का काम किया
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक मंच पर मिथिला की कला को हमेशा आगे बढ़ाने का काम किया। उन्होंने अर्जेंटीना की उपराष्ट्रपति को मधुबनी पेंटिंग भेंट की और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति को भी मिथिलांचल की कला का नमूना देकर विदेश में मिथिला की कला का गौरव बढ़ाया है।
मिथिला हमारी संस्कृति का केंद्र रहा
गृह मंत्री ने कहा कि मिथिला, वाल्मीकि रामायण से लेकर महाभारत और बौद्ध तथा जैन साहित्य तक, हमारी संस्कृति का केंद्र रहा है। धर्मशास्त्र, साहित्य, संगीत, भाषा और तंत्रज्ञान का यह एक बहुत बड़ा केंद्र रहा है। मिथिलांचल, जहां राजा जनक हुए, जहां याज्ञवल्क्य और मैत्रेयी हुए, जहां शंकराचार्य और मंडन मिश्र ने शास्त्रार्थ को चरम सीमा पर पहुंचाया, जहां मुनि अष्टावक्र ने अष्टावक्र गीता का ज्ञान दिया, उसे फिर से विद्या का धाम और संस्कृति का केंद्र बनाने की शुरुआत आज यहां से होगी।
इस दौरान अमित शाह ने विपक्ष पर भी जोरदार हमला बोला। उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव को निशाने पर लेते हुए कहा कि आपके माता-पिता की सरकार ने गुंडई करने के अलावा, गैंग चलाने के अलावा, अपहरण-फिरौती के अलावा मिथिलांचल के विकास के लिए क्या किया? आप इसका हिसाब दीजिए। उन्होंने एनडीए सरकार में किए गए कार्यों की गिनती कराते हुए कहा कि हमने पीएम मोदी की तरफ से विकास का सारा हिसाब दे दिया।
बिहार चुनाव में भी एनडीए विजयी होगी
वहीं, मतदाता सूची के पुनरीक्षण को लेकर भी अमित शाह ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव दोनों पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव बिहार में एसआईआर का विरोध कर क्या जताना चाहते हैं? इनको बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी हार का अहसास हो गया है, इसलिए ये तमाम बहाने कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये लोग घुसपैठियों को वोट बैंक समझते हैं। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि इस साल बिहार में होने वाले चुनाव में भी एनडीए विजयी होगी।