मोदी सरकार के 11 साल: पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत का हुआ कायाकल्प, हर क्षेत्र में देश की तस्वीर बदली

सुनील कुमार तिवारी। 2014 में जब नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली, तब देश एक निर्णायक नेतृत्व की तलाश में था। आर्थिक अनिश्चितता, नीतिगत पंगुता और भ्रष्टाचार के मामलों ने जनता को निराश कर दिया था। ऐसे समय में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्रीय मंच पर एक उम्मीद की किरण बनकर उभरे। एक चाय बेचने वाले से लेकर देश के शीर्ष नेतृत्व तक का उनका सफर न केवल प्रेरणादायक रहा है, बल्कि यह उस विश्वास और प्रतिबद्धता की कहानी है जो उन्होंने देश की जनता के साथ साझा की।
पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने हर क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है—चाहे वह आधारभूत ढांचा हो, आर्थिक विकास, गरीब कल्याण, सांस्कृतिक पुनर्जागरण, युवाओं का सशक्तिकरण, या फिर वैश्विक मंच पर भारत की भूमिका। इस लेख में हम इन सभी क्षेत्रों का विस्तारपूर्वक मूल्यांकन करेंगे।
गुजरात के गांधीनगर से दिल्ली के रायसीना हिल्स तक नरेंद्र मोदी का सफर चुनौतियों और रोमांच से भरा रहा लेकिन उनके साथ हमेशा से जनता का भरोसा रहा है। चाय बेचने से सीएम तक और सीएम से पीएम तक नरेन्द्र मोदी का जीवन उतार-चढ़ाव से भरा रहा। करीब 13 साल सफलतापूर्वक सीएम पद संभालने के बाद पिछले 11 सालों से नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। उनके कद का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इतने साल तक सत्ता के शीर्ष पदों पर रहने के बाद भी उनके ऊपर भ्रष्टाचार और घोटाले का एक भी आरोप नहीं लगा। उन्होंने जनता के बीच रहकर जनता के लिए काम किया।
पीएम मोदी ने लगाातार तीसरी बार शपथ लेकर इतिहास रचा
नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेनेवाले दूसरे नेता बने। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगाातार तीसरी बार शपथ लेकर इतिहास रचा और भारतीय राजनैतिक इतिहास की एक बड़ी उपलब्धि नाम कर ली। भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर नरेन्द्र मोदी ने आम जन को संतुष्ट करने में जबरदस्त सफलता पाई है। वह चाहे चुनावी वादों को समय सीमा के अंदर प्रभावी तरीके से पूरा करने की बात हो या फिर कोविड-19 महामारी जैसी अप्रत्याशित आपदा से निपटने की हो, पीएम मोदी के फैसलों ने देश और देशवासियों के प्रति उनकी निष्ठा और भावना को और मजबूत किया। विकसित और आत्मनिर्भर भारत बनाने, कोरोना महामारी से प्रभाावित वंचित तबके के करोड़ों लोगों को मुफ्त अनाज मुहैया कराने से लेकर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन को उसी की भाषा में जवाब देने और श्रम एवं कृषि क्षेत्र में लंबित सुधारों को अंजाम तक पहुंचाने तक मोदी ने कई कड़े और बड़े साहसिक कदम उठाए हैं।
खुद को एक बेहतरीन प्रशासक साबित किया
साल 2014 में नरेंद्र मोदी, लगातार तीन बार प्रधानमंत्री चुने जाने वाले पहले भारतीय नेता बने और उनकी लोकप्रियता न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में लगातार बढ़ रही है। नरेंद्र मोदी ने खुद को एक बेहतरीन प्रशासक साबित किया है। पहले, गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर और फिर लगातार 11 साल तक प्रधानमंत्री के तौर पर मौजूदा व्यवस्था का प्रभावशाली तरीके से इस्तेमाल करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कई योजनाओं के तहत जनता को आधारभूत सुविधाएं दी। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार ने कई जनकल्याणकारी योजनाओं को चौथे सफलतापूर्वक लागू किया है।
11वें से 4वें नंबर की इकॉनॉमी बना भारत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के 11 साल में कई काम हुए हैं। पहला तो यह है कि 27 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आ गए हैं। जिस गति से हम रेलवे लाइन बना रहे हैं, सड़कें बना रहे हैं, एयरपोर्ट, यूनिवर्सिटी, कॉलेजों का निर्माण कर रहे हैं, जिस तरह से सॉफ्टवेयर सेक्टर और मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में हम आगे बढ़ रहे हैं, वह देश के विकास की रफ्तार दिखा रहा है। अब हमारे काम करने की स्पीड और स्केल काफी बढ़ चुका है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पहले हम विश्व के देशों पर निर्भर रहते थे लेकिन अब हम आत्मनिर्भरता की तरफ आगे बढ़ चुके हैं और कई मायनों में हम आत्मनिर्भर बन भी चुके हैं। साल 2014 में हम आर्थिक उन्नति में दुनिया में 11वें स्थान पर थे पर पिछले 11 सालों में हम चौथे नंबर की इकॉनॉमी बन चुके हैं। यह कमाल की छलांग है। आने वाले समय में देश के विकास में और भी तेज़ी आएगी।
किसानों के लिए किए कई महत्वपूर्ण काम
पिछले11 साल में मोदी सरकार के सत्ता में आने से पहले किसान भाइयों को अपनी छोटी-छोटी जरुरतों के लिए उधार लेना पड़ता था, लेकिन पिछले 11 सालों में मोदी सरकार द्वारा लिए गए फैसलों ने उनके जीवन को आसान बना दिया है। अब पीएम किसान योजना के तहत किसानों के खाते में सीधे पैसा जाता है और उन्हें किसी से उधार मांगने की जरूरत नहीं पड़ती। आज किसानों को एमएसपी पर भी पूरा भरोसा है। इसके द्वारा किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य मिल पाता है। इन 11 सालों में प्रगति के साथ एक नया इतिहास भी रचा गया है।
मोदी सरकार के 11 साल के कार्यकाल के बारे में लोगों ने देश में हुए विकास कार्यों की तारीफ की और नरेंद्र मोदी की टीम को ईमानदार बताया। लोगों ने कहा कि “मोदी जी के आने से देश में विकास की गति तेज हुई है।” “मोदी जी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। वह जो कहते हैं, वही करते हैं।” “उनके शासनकाल में महंगाई नियंत्रण में रही है।” एक महिला ने चैनल से बताया कि मोदी सरकार ने अच्छे निर्णय लिए हैं।
मोदी सरकार ने किसानों के हितों में कई योजनाओं की शुरुआत की, फिर चाहे वह किसान सम्मान निधि हो या फिर फसल बीमा योजना, सहकार से समृद्धि की बात हो या फिर किसान क्रेडिट कार्ड की, इन सभी योजनाओं से किसान लाभान्वित हो रहे हैं। मोदी सरकार के शासनकाल में देश के किसान सशक्त हो रहे हैं और आत्म-सम्मान सम्मान के साथ राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभा रहे हैं। किसानों का सम्मान और उनकी समृद्धि सुनिश्चित करना, मोदी सरकार की प्राथमिकता है।
युवाओं को सशक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित किया
पिछले 11 वर्षों में भारत सरकार ने अपने युवाओं को सशक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है। बेहतर शिक्षा और कौशल से लेकर नौकरियों और व्यवसायिक सहायता तक कई कदम उठाए गए हैं। सरकार ने अधिकर कॉलेज बनाए हैं। कौशल योजनाओं के तहत करोड़ों लोगों को प्रशिक्षित भी किया है। स्टार्टअप को बढ़ने में भी मदद की है। रोजगार मेला, खेलों इंडिय़ा और अग्निपथ जैसे कार्यक्रम युवाओं को नए अवसर देते रहे हैं। पिछले एक दशक में स्कलों से लेकर विश्वविद्यालयों तक अपनी शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने में तेज प्रगति की है। भारत में दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी है जिसमें लगभग 65 प्रतिशत लोग 35 वर्षों से कम आयु के हैं। सरकार इसे देश के विकास में तीव्रता लाने और दीर्घकालीक रणनीतिक वृद्धि हासिल करने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर के रूप में देखती है। इसका उद्देश्य युवाओं को आगे बढ़ने अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने और भारत को भविष्य की ओर ले जाने में मदद करना है।
मिडिल क्लास का जीवन बदला
कभी मिडिल क्लास की जिंदगी सरकारी फाइलों के नीचे दबकर रह जाती थी। न राहत थी, न भरोसा लेकिन बीते 11 सालों में एक नई तस्वीर बनी है। साल 2014 के बाद के बाद आया भूतपूर्व परिवर्तन अनगिनत नई कहानियां कहता है। पक्का घर, नल से जल, रसोई गैस, शौचालय, बिजली, इंटरनेट, बीमा, टैक्स लाभ जैसी सुविधाओं ने मिडिल क्लास की न सिर्फ राहों को आसान किया है बल्कि उनकी जीवन-शैली को कई मायनों में बदल दिया है। जमीन की मैपिंग की जा रही है। ग्रामीणों को कानूनी तौर पर मालिकाना हक के साथ प्रॉपर्टी कार्ड जारी किए जा रहे हैं जिससे न केवल उन्हें पहचान मिल रही है बल्कि आत्म-विश्वास और आर्थिक सुरक्षा भी तय हो रही है।
भारत में चल रही डिजिटल क्रांति ने दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है। मार्च 2025 में अकेले यूपीआई के जरिए 24.77 लाख करोड़ रुपए के 1,830 करोड़ से ज्यादा लेन-देन हुए हैं। आज करीब 46 करोड़ लोग और साढ़े छह करोड़ व्यापारी यूपीआई का इस्तेमाल कर रहे हैं।
भारत में बन रहा वर्ल्ड क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर रियल ट्रांसफॉर्मेशन है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में बन रहा वर्ल्ड-क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर सिर्फ एक विज़न नहीं बल्कि ग्राउंड पर होता रियल ट्रांसफॉर्मेशन है। 2047 में जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा, तब देश विकसित भारत बनकर रहेगा। साल 2014 से पहले तक देश में विकास योजनाएं फाइलों में धूल खाती रहती थी लेकिन आज बड़े से बड़े प्रोजेक्ट को रिकॉर्ड समय में पूरा किया जा रहा है। एक्सप्रेसवे, हाईवे, मेट्रो, बुलेट ट्रेन, लॉजिस्टिक हब, एयरपोर्ट्स और डिजिटल कनेक्टिविटी जैसे हर एक क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास ने यह साबित कर दिया है कि जब नेतृत्व निर्णायक होता है, तब भारत जैसे विशाल देश में भी परिवर्तन लाया जा सकता है।
विकास का लाभ समाज के अंतिम तबके के व्यक्ति तक पहुचाने के लिए प्रतिबद्ध पीएम मोदी ने भारत को सिर्फ तेजी से बढ़ते हुए विकासशील देश का दर्जा ही नहीं दिलाया बल्कि दुनिया के सामने एक नए और आत्मविश्वास से भरे भारत की तस्वीर भी पेश की है। आज भारत की सड़कें और एक्सप्रेसवे केवल यात्रा के साधन न होकर तेज रफ्तार से विकिसित होते भविष्य की प्रतीक बन गए हैं।
प्राचीन मंदिरों का जीर्णोद्धार हुआ
भारत ने अपनी संस्कृति का रक्षा करने और उसे दुनिया के साथ साझा करने के लिए बडे कदम उठाए हैं। प्राचीन मंदिरों का जीर्णोद्धार किया गया है, पवित्र स्थलों में सुधार किया गया है और पुरानी परंपराओं को फिर से जीवित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में हुए मंदिरों के जीर्णोद्धार, तीर्थ स्थलों के पुनर्विकास और कई परियोजनाओं की शुरुआत से न सिर्फ देश की सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण हुआ है बल्कि भारत की प्राचीन परंपरा और समृद्ध संस्कृति से जन-जन का जुड़ाव बढ़ा है। केन्द्र सरकार ने मंदिरों के गलियारों के पुनर्विकास पर फोकस किया है।
खेल जगत में एक नई क्रांति देखने को मिली
सेवा सुशासन के 11 सालों में खेल के ढांचे में ना केवल अभूतपूर्व परिवर्तन देखने को मिला है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों ने अपनी अलग पहचान भी बनाई है। इसको लेकर खेल जगत से जुड़ी तमाम हस्तियां एक स्वर में यह मानती हैं कि पीएम मोदी के नेतृत्व में खेल जगत में एक नई क्रांति देखने को मिली है। पीएम मोदी की खेल नीतियों और कल्याणकारी योजनाओ से बहुत से बदलाव आए हैं। पीसीआई के अध्यक्ष देवेंद्र झाझरिया ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि मोदी के 11 साल, बेमिसाल रहे। मोदी सरकार के कार्यकाल में खासकर खेल के क्षेत्र में बहुत बड़ा परिवर्तन हुआ है। इस पैरालंपिक में 29 मेडल जीतकर भारत ने विकसित राष्ट्रों को भी पछाड़ दिया है। यह अपने आप में बड़ी बात है।
भारत की विश्वभर में एक अलग पहचान बनी
पिछले 11 सालों में पीएम मोदी ने विकास और तरक्की के रास्ते को आगे बढ़ाकर भारत की विश्वभर में एक अलग पहचान बनाई है और देश में अभूतपूर्व बदलाव हुए हैं। साथ ही पीएम के द्वारा आम नागरिकों के हितों के लिए फैसले लिए गए जैसे प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के अलावा गरीबों को बिजली, पानी, शौचालय जैसी सुविधाएं देने की योजनाओं ने जमीनी स्तर पर क्रांति लाने का काम किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में राष्ट्रीय सुरक्षा, आत्मनिर्भरता और सामाजिक विधानों से जुड़े कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। इन निर्णयों में अनुच्छेद 370 का निरस्तीकरण, तीन तलाक पर विधान, वक्फ़ बोर्ड अधिनियम 1995 में संशोधन और जनधन योजना जैसी पहल शामिल हैं जिनसे देश के अलग-अलग क्षेत्रों में उल्लेखनीय परिवर्तन हुए।
ऑपरेशन सिन्दूर के जरिए सूनी मांगों का न्याय दिलवाया
प्रधानमंत्री वो निर्णय लेते रहे हैं जो उनके अनुसार राष्ट्र सेवा के लिए अनिवार्य था। चाहे इसके लिए उन्हें सियासी आलोचना झेलना पड़े या फिर वैश्विक दबाव। पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादी साजिश ने 26 महिलाओं का सुहाग उजाड़ा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिन्दूर के जरिए उनकी सूनी मांगों का ऐसा न्याय दिलवाया कि पाकिस्तान की रूह कांप गई है।
हर क्षेत्र में भारत की तस्वीर बदली
मोदी सरकार की प्रमुख उपलब्धियों में मेक इन इंडिया पहल का विशेष उल्लेख है भारत मोबाइल से लेकर ऑटोमोबाइल तक हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहन दे रहा है। पीएम मोदी के नेतृत्व में देश का आधारभूत ढांचा भी तेजी से बदला है। हाइवे, सड़कें, एयरपोर्ट, अस्पताल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी हर क्षेत्र में भारत की तस्वीर बदली है। दिलचस्प यह है कि प्रधानमंत्री ने अपने 11 साल के अब तक के कार्यकाल में एक भी छुट्टी नहीं ली है।
अयोध्या में श्रीराम लला मंदिर निर्माण, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, नारी शक्ति कानून, विरासतों का विकास, डिजिटल इंडिया, उज्ज्वला गैस योजना, स्वच्छ भारत मिशन, 10 करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण व आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं का उल्लेख भी इस रिपोर्ट में है।
महिलाओं को सशक्त बनाना मोदी सरकार की प्रतिबद्धता
मोदी सरकार महिलाओं को जीवन के हर मोड़ पर सशक्त बना रही है। प्रधानमंत्री कहते हैं कि एक राष्ट्र तभी आगे बढ़ता है जहां पर महिलाएं सशक्त व आत्मविश्वासी हों। केन्द्र सरकार ने महिलाओं के लिए कई नीतियां बनाई हैं जो महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक और कानूनी रुप से सशक्त बना रही हैं। चैनल ने कहा कि भारत में लंबे समय से महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ और रोजगार में बाधाओं का सामना करना पड़ा है लेकिन 2014 के बाद इसमें एक क्रांतिकारी और युगांतकारी बदलाव आया है। प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में अब महिलाएं विकास का केन्द्र हैं। महिलाओं को सशक्त करना सरकार की प्रतिबद्धता में शामिल है।
राजनीति में शुचिता और स्थिरता का नया युग
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 11 वर्षों के कार्यकाल की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता है—भ्रष्टाचार से मुक्त शासन। इतने लंबे समय तक शीर्ष पद पर रहने के बावजूद, मोदी पर व्यक्तिगत स्तर पर कोई भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा, जो भारतीय राजनीति में एक दुर्लभ उपलब्धि है। उनके नेतृत्व में सरकार ने “नखाऊँगा, न खाने दूँगा” के सिद्धांत पर चलते हुए प्रशासन में पारदर्शिता, जवाबदेही और कार्यक्षमता को प्राथमिकता दी।
एक और उल्लेखनीय पहल यह रही कि मोदी सरकार ने राजनीतिक स्थिरता के साथ निर्णायक शासन का उदाहरण प्रस्तुत किया। तीन बार लगातार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाकर नरेन्द्र मोदी ने यह साबित किया कि यदि नेतृत्व जनविश्वास अर्जित कर सके तो लोकतंत्र में लंबी स्थिरता संभव है।
गरीबों का सशक्तिकरण और जनकल्याण योजनाएं
प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY): गरीबों को पक्के मकान देने के वादे को जमीन पर उतारते हुए सरकार ने अब तक 4 करोड़ से अधिक घरों का निर्माण किया है। यह योजना विशेष रूप से महिलाओं के नाम पर रजिस्ट्रेशन को बढ़ावा देती है, जिससे महिला सशक्तिकरण को भी बल मिला।
उज्ज्वला योजना: 8 करोड़ से अधिक बीपीएल परिवारों को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन देकर सरकार ने न केवल महिलाओं की स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में बड़ा कदम उठाया, बल्कि स्वच्छ ईंधन के उपयोग को भी प्रोत्साहित किया।
जल जीवन मिशन: “हर घर जल”अभियानकेतहत14 करोड़ से अधिक घरों में नल से जल की सुविधा पहुँचाई गई। इससे न केवल ग्रामीण महिलाओं को राहत मिली, बल्कि स्वच्छता और स्वास्थ्य में सुधार भी हुआ।
स्वच्छ भारत मिशन: 2014 में खुले में शौच मुक्त भारत का सपना देखते हुए शुरू किए गए इस मिशन के तहत 11 करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण हुआ। यह न केवल स्वच्छता की दिशा में क्रांति साबित हुई, बल्कि सामाजिक गरिमा का प्रतीक भी बनी।
डिजिटल इंडिया और टेक्नोलॉजिकल क्रांति
डिजिटल इंडिया केवल एक अभियान नहीं रहा, यह देश की अर्थव्यवस्था और प्रशासन में क्रांतिकारी बदलाव का आधार बना।
- UPI क्रांति: मार्च 2025 में अकेले 1,830 करोड़ डिजिटल ट्रांजेक्शन हुए जिनका मूल्य ₹24.77 लाख करोड़ रहा। यह विश्व स्तर पर भारत की अग्रणी स्थिति को दर्शाता है।
- डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT): अब तक ₹30 लाख करोड़ से अधिक की राशि सीधे लाभार्थियों के खातों में भेजी गई, जिससे बिचौलियों की भूमिका समाप्त हुई और भ्रष्टाचार पर नियंत्रण हुआ।
- दूरसंचार विस्तार: देश के हर कोने में 4G और अब 5G नेटवर्क की पहुंच, ग्रामीण भारत को डिजिटल रूप से जोड़ने में सफल रही है।
बुनियादी ढांचे में क्रांति
प्रधानमंत्री मोदी का एक बड़ा फोकस रहा है—विश्व स्तरीय आधारभूत ढांचे का निर्माण।
- राजमार्ग निर्माण: 2014 के बाद से अब तक 90,000 किमी से अधिक राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण हुआ।
- रेलवे आधुनिकीकरण: 100 से अधिक रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प किया गया, बुलेट ट्रेन परियोजना पर कार्य चल रहा है, और Vande Bharat जैसी आधुनिक ट्रेनों की शुरुआत हुई है।
- एयरपोर्ट निर्माण: UDAN योजना के तहत छोटे शहरों को हवाई संपर्क से जोड़ा गया। अब देश में 150 से अधिक एयरपोर्ट्स कार्यरत हैं।
- इंफ्रास्ट्रक्चर स्केल: 2014 की तुलना में आधारभूत परियोजनाओं के लिए आवंटित बजट में पांच गुना से अधिक की वृद्धि की गई है।
आत्मनिर्भर भारत और आर्थिक विकास
कोरोना महामारी के दौरान घोषित “आत्मनिर्भर भारत अभियान” केवल एक नारा नहीं था, बल्कि एक व्यापक दृष्टिकोण था जिसमें उत्पादन, नवाचार, निर्यात और रोजगार सभी शामिल थे।
- मेक इन इंडिया: देश अब रक्षा, मोबाइल, सेमीकंडक्टर, फार्मास्यूटिकल, और इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर है।
- विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था: 2014 में भारत 11वीं अर्थव्यवस्था था, आज वह चौथे पायदान पर है, और जल्द ही तीसरे स्थान पर आने की संभावना है।
- स्टार्टअप इंडिया: आज भारत में 1 लाख से अधिक स्टार्टअप हैं जिनमें से 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं। यह नवाचार और उद्यमिता का नया युग है।
कृषि और ग्रामीण विकास
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN): 12 करोड़ से अधिक किसानों को सालाना ₹6,000 की आर्थिक सहायता मिल रही है। अब तक ₹2.5 लाख करोड़ से अधिक की राशि किसानों को दी जा चुकी है।
फसल बीमा योजना: इस योजना ने किसानों की आय को सुरक्षित किया है। करोड़ों किसानों को बीमा दावों के तहत हजारों करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं।
ई-नाम: कृषि उपज का डिजिटल व्यापार, किसानों को पारदर्शी कीमतें और बेहतर बाजार उपलब्ध कराने का एक बड़ा माध्यम बना है।
युवा शक्ति और शिक्षा
भारत की 65% आबादी 35 वर्ष से कम है। इस युवा शक्ति को उत्पादक बनाना मोदी सरकार की प्राथमिकता रही है।
- Skill India: 1.5 करोड़ से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है।
- Startup & Standup India: युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित किया गया, जिससे निजी क्षेत्र में रोजगार सृजन हुआ।
- नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020: यह नीति भारत की शिक्षा प्रणाली को वैश्विक मानकों पर ले जाने का प्रयास है, जिसमें व्यावहारिकता, नवाचार और मातृभाषा में शिक्षा को महत्व दिया गया है।
महिलाओं का सशक्तिकरण
मोदी सरकार का महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान रहा है:
- बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ
- महिला जनधन खाते
- मातृत्व वंदना योजना
- कार्यस्थलों पर सुरक्षा और समान अवसर
इन योजनाओं से महिलाओं की भागीदारी शिक्षा, अर्थव्यवस्था और शासन में बढ़ी है।
वैश्विक मंच पर भारत की प्रतिष्ठा
मोदी के नेतृत्व में भारत की विदेश नीति assertive और प्रगतिशील रही है:
- G20 की अध्यक्षता और सफल शिखर सम्मेलन
- QUAD, BRICS, SCO में सक्रिय भागीदारी
- प्राकृतिक आपदाओं में अंतरराष्ट्रीय सहायता
- भारतीय प्रवासी समुदाय से जुड़ाव
पीएम मोदी की विदेश यात्राओं और सक्रिय कूटनीति ने भारत को वैश्विक नीति निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका दिलाई है।
संस्कृति, धर्म और विरासत का पुनर्जागरण
मोदी सरकार ने सांस्कृतिक मूल्यों के पुनरुद्धार को नया आयाम दिया:
- काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, महाकाल लोक, राम मंदिर निर्माण
- बौद्ध तीर्थ स्थलों का विकास और बुद्ध धम्म को वैश्विक मंच पर स्थापित करना
- प्राचीन ग्रंथों और धरोहरों का डिजिटलीकरण
- आयुष मंत्रालय की स्थापना और योग का वैश्वीकरण
खेल और फिट इंडिया अभियान
- Khelo India योजना: ग्रामीण व शहरी प्रतिभाओं को आगे लाना।
- TOPS स्कीम: ओलंपिक संभावित खिलाड़ियों को पोषण, ट्रेनिंग और वित्तीय सहायता।
- पैरालंपिक सफलता: भारत ने हाल के पैरालंपिक्स में रिकॉर्ड 29 पदक जीते हैं।
- फिट इंडिया मूवमेंट: लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता।
कोरोना काल का प्रभावी प्रबंधन
कोविड-19 एक अभूतपूर्व वैश्विक संकट था। भारत में 200 करोड़ से अधिक टीके लगाए गए, “वैक्सीन मैत्री” के तहत 100+ देशों को टीके भेजे गए। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज मिला।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने बीते 11 वर्षों में विकास की अभूतपूर्व यात्रा तय की है। यह यात्रा केवल आंकड़ों और परियोजनाओं की नहीं है, बल्कि यह उस परिवर्तन की कहानी है जिसने गरीब से लेकर अमीर, किसान से लेकर युवा, ग्रामीण से लेकर शहरी और महिला से लेकर दिव्यांग तक सभी को मुख्यधारा में शामिल किया है।