पीयूष गोयल ने उत्तर मुंबई के झुग्गीवासियों का किया पुनर्वास, 1800 फ्लैट्स सौंपकर बदला लोगों का जीवन, बोले अब कोई नई झुग्गी नहीं बनेगी

मुंबई। उत्तर मुंबई के वे झुग्गीवासी जो हाल ही में नए पुनर्विकसित फ्लैट्स में स्थानांतरित हुए हैं, इस वर्ष के पहले मानसून में अपने अनुभव साझा कर रहे हैं कि किस तरह उनके जीवन में एक बड़ा बदलाव आया है। झुग्गियों में हर वर्ष मानसून के दौरान जो कठिनाइयाँ होती थीं – जैसे पानी घरों में घुस जाना, छतों से टपकता पानी, कीचड़ और संक्रमण – अब वे सब अतीत हो चुके हैं।
नए पक्के घरों में रहने से उन्हें न केवल सुरक्षा और स्थिरता मिली है, बल्कि सम्मान और आत्मविश्वास का नया अनुभव भी हुआ है। बाथरूम, रसोई, साफ पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं इन घरों के साथ मिली हैं, जिससे उनका जीवनस्तर काफी ऊपर उठा है।
यह सब संभव हो पाया है उत्तर मुंबई के लोकसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, स्थानीय भाजपा नेतृत्व, विधायकों और एसआरए (स्लम पुनर्विकास प्राधिकरण), बीएमसी आदि प्रशासनिक एजेंसियों के संयुक्त प्रयासों से। वर्षों से अटके हुए स्लम पुनर्विकास प्रोजेक्ट्स को पीयूष गोयल की पहल पर तेज़ी से आगे बढ़ाया गया है, ताकि उत्तर मुंबई को ‘उत्तम मुंबई’ में बदला जा सके।
यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस व्यापक दृष्टिकोण का हिस्सा है जिसमें हर भारतीय परिवार को बुनियादी सुविधाओं युक्त एक स्थायी आवास सुनिश्चित करने का लक्ष्य है – जिसमें स्वच्छता, जल आपूर्ति और बिजली जैसी सुविधाएं एक साफ-सुथरे और स्थिर वातावरण में प्रदान की जा रही हैं।
उत्तर मुंबई के लाभार्थी क्या बोले
अब बारिश का आनंद लेता हूं- किशोर केणी, निवासी, शिवशक्ति एसआरए, कांदिवली (पश्चिम)
“हम पहले नदी के पास रहते थे, जो हर मानसून में बाढ़ के रूप में हमारे घर में पानी भर देती थी। हर साल हमें बारिश से डर लगता था। लेकिन केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और विधायक योगेश सागर जी के प्रयासों से अब हमें मुंबई में एक सुरक्षित और पक्का घर मिला है। अब पानी हमारे घर में नहीं आता। यह स्थिति पहले की तुलना में बहुत बेहतर है, खासकर झुग्गियों में बारिश से होने वाली परेशानियों के सामने।”
झोपडपट्टी से पक्के घर तक- केशन दावनपल्ली, निवासी, जय संतोषी माँ एसआरए सोसायटी, कांदिवली (पश्चिम)
मैं बचपन से ही इस झोपड़पट्टी में रह रहा हूँ। हालात बहुत कठिन थे, लेकिन अब हमें SRA प्रकल्प के अंतर्गत अच्छे, सुरक्षित और पक्के मकान मिले हैं। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और विधायक योगेश सागर के अथक प्रयासों से यह संभव हुआ है। आज हमारे घर में पर्याप्त कमरे हैं और बच्चों के खेलने के लिए भी खुली जगह है। अब हमारे रिश्तेदार भी खुशी से मिलने आते हैं। इतना ही नहीं, हमारे बच्चों के रिश्ते भी अब तय होने लगे हैं – क्योंकि अब हमारे पास अपना खुद का पक्का घर है। इसके लिए मैं दिल से पीयूष गोयल और योगेश सागर का धन्यवाद करता हूँ। उन्होंने सचमुच हमारी जिंदगी बदल कर रख दी है।”
वनवास समाप्त – अब हमारे पास भी पक्का घर है – जमुना मथुलापुरम, निवासी, जय संतोषी माँ एसआरए सोसायटी, कांदिवली (पश्चिम)
पहले हम एक छोटी-सी कमरे में रहते थे। मेरे पति और तीन बच्चों के साथ इतनी कम जगह में रहना बेहद मुश्किल होता था। चॉल में रहते समय हर बारिश का मौसम हमारे लिए एक संकट जैसा होता था — घर में पानी घुस जाता था, और कई रातें हमें जागकर बितानी पड़ती थीं। लेकिन अब जो नया घर हमें मिला है, उसे पाकर लगता है मानो हमारा ‘वनवास’ समाप्त हो गया है। नए घर में हमें एक बड़ा हॉल और एक सुंदर बेडरूम मिला है। इसके साथ ही और भी कई सुविधाएं हैं, जो पहले केवल एक सपना लगती थीं। यह सब कुछ केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और योगेश सागर के प्रयासों से ही संभव हुआ है। उनकी वजह से हमारी जिंदगी वाकई बदल गई है। इसके लिए मैं दिल से उनकी आभारी हूँ।”
झुग्गियों से सुरक्षा की ओर एक नई शुरुआत! – अशोक गुप्ता, निवासी, जनकल्याण हाउसिंग सोसायटी, एसआरए शांतिनगर, दहिसर (पूर्व)
“हम झुग्गी में रहते थे जहाँ छत स्थायी नहीं थी। बारिश के मौसम में पानी भर जाता था और पूरा इलाका कीचड़ में डूब जाता था। साफ पानी और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं भी नहीं थीं। लेकिन केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और स्थानीय विधायक मनीषा चौधरी के प्रयासों से हमें अब सुरक्षित और पक्के घर में जीवन मिल रहा है। अब हम एसआरए योजना के तहत बने एक अच्छे घर में रह रहे हैं।”
गंदे पानी से अब सुसज्ज घर तक- राजेश मथुलापुरम, निवासी, जय संतोषी माँ एसआरए सोसायटी, कांदिवली (पश्चिम)
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, विधायक योगेश सागर और अन्य संबंधित लोगों के अथक प्रयासों से हमारा वर्षों पुराना अपना घर होने का सपना आखिरकार साकार हुआ है। पहले हमें पीछे की बिल्डिंग मिलने वाली थी, लेकिन विशेष ध्यान देते हुए हमें मुख्य सड़क के सामने वाली बिल्डिंग दी गई, यह हमारे लिए बहुत बड़ी बात है। पहले जब हम चॉल में रहते थे, तब बारिश के मौसम में नालियां भर जाती थीं और गंदा पानी सड़कों पर बहता था। ऐसे गंदे पानी से होकर ही आना-जाना करना पड़ता था। अब वह सारी परेशानी और अस्वस्थता हमेशा के लिए खत्म हो गई है। आज हम गर्व से कह सकते हैं कि अब हम भी साफ-सुथरे, सुरक्षित और सम्मान से जीने के लिए तैयार हैं।”
विकास की वर्तमान स्थिति
उत्तर मुंबई में स्लम पुनर्विकास को नई गति मिली है। हाल ही में लगभग 1800 पुनर्विकसित फ्लैट्स लाभार्थियों को हस्तांतरित किए गए हैं। कांदिवली पश्चिम स्थित जय संतोषी मां हाउसिंग सोसायटी के एसआरए प्रोजेक्ट का उद्घाटन हुआ, जहां 150 परिवारों को नए घरों की चाबियाँ सौंपी गईं।
उत्तर मुंबई में स्लम पुनर्विकास के अंतर्गत कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं हाल ही में पूरी की गई हैं, जिनसे सैकड़ों परिवारों को पक्के और सुरक्षित आवास मिले हैं। बाबरेकर नाका स्थित लक्ष्मी कृपा एसआरए प्रोजेक्ट के तहत लगभग 270 घरों का निर्माण और वितरण किया गया है।
इसी प्रकार, कांदिवली गांवठाण के शिवशक्ति प्रोजेक्ट में करीब 40 लाभार्थी परिवारों को नए मकान सौंपे गए हैं। जनकल्याण नगर, दहिसर (पूर्व) में अक्टूबर 2024 में 1000 से अधिक लाभार्थियों को पुनर्विकसित घर प्रदान किए गए, जिससे वहां का एक बड़ा स्लम इलाका पक्के घरों में बदल गया। मालाड क्षेत्र में भी 300 घरों का निर्माण और हस्तांतरण सफलतापूर्वक किया गया है।
इसके साथ ही, वर्षों से अटका हुआ देविपाड़ा प्रोजेक्ट भी केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के हस्तक्षेप से फिर से शुरू कर दिया गया है, जिससे वहां के निवासियों की भी वर्षों पुरानी उम्मीदें अब साकार होने की ओर बढ़ रही हैं। ये सभी परियोजनाएं उत्तर मुंबई को ‘उत्तम मुंबई’ में बदलने की दिशा में मजबूत कदम साबित हो रही हैं।
केन्द्रीय मंत्री और उत्तर मुंबई के सांसद गोयल की देखरेख में समय-समय पर प्रगति की समीक्षा की जा रही है। पात्र निवासियों को किराया मुआवजा भी मिलने लगा है। निवासियों को अब स्वयं अपने डेवलपर चुनने या स्व-विकास का विकल्प भी मिल गया है, जो पूरी तरह पारदर्शी प्रक्रिया में बिना किसी राजनीतिक हस्तक्षेप के किया जा रहा है। डिफॉल्ट करने वाले डेवलपर्स पर कार्रवाई और ब्लैकलिस्टिंग भी की जा रही है।
अब कोई नई झुग्गी न बनने दी जाए- गोयल
पीयूष गोयल का वक्तव्य: “उत्तर मुंबई को झुग्गी मुक्त बनाने की दिशा में उठाए गए कदम ऐतिहासिक साबित होंगे। मैं बहुत प्रसन्न हूं कि सैकड़ों परिवारों का पक्का घर होने का सपना अब साकार हो रहा है। यह सिर्फ आवास नहीं है, बल्कि यह एक स्वस्थ, सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन शैली का निर्माण है।
पीयूष गोयल ने अधिकारियों को यह निर्देश भी दिया “उत्तर मुंबई में नागरिकों के बेहतर जीवन के लिए अब कोई नई झुग्गी न बनने दी जाए। अवैध निर्माणों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।”