RBI Monetary Policy: मौद्रिक नीति में रेपो दरों को रखा बरकरार, नयी घोषणा करते हुए आरबीआई गवर्नर बोले बैंक अब रूपे प्री-पेड फोरेक्स कार्ड जारी कर सकते हैं
भारतीय रिजर्व बैंक ने वर्तमान वित्त वर्ष की अपनी दूसरी द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा की है। रिजर्व बैंक ने मुख्य दरों को यथावत रखा है। रेपो रेट 6.5 प्रतिशत बनी रहेगी। नीति समीक्षा की घोषणा करते हुए रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में इस वर्ष मार्च से अप्रैल के दौरान कमी आई है। उन्होंने कहा कि इस वित्त वर्ष में मुद्रास्फीति की दर चार प्रतिशत से अधिक बनी रहेगी।
शक्तिकांत दास ने आगे कहा कि इस वर्ष सामान्य मॉनसून रहने की संभावना है। मुद्रास्फीति की दर 5.1 प्रतिशत रह सकती है। रिजर्व बैंक ने जीडीपी वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखी है। तिमाही आधार पर 2024 की पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर आठ प्रतिशत, दूसरी तिमाही में साढ़े छह प्रतिशत, तीसरी तिमाही में छह प्रतिशत और चौथी तिमाही में पांच दशमलव सात प्रतिशत रहने का अनुमान है।
इसके साथ ही रिजर्व बैंक के गवर्नर ने 2 घोषणायें भी की। पहली घोषणा यह है कि बैंक अब रूपे प्री-पेड फोरेक्स कार्ड जारी कर सकते हैं। अपनी दूसरी घोषणा में रिजर्व बैंक ने ई-रूपी वाउचर का दायरा बढ़ाने की बात कही है। इसके लिए नॉन बैंक कंपनियां स्वतंत्र रूप से ऐसे इंस्ट्रूमेंट्स जारी कर सकेंगी।
आरबीआई गवर्नर ने 2 हजार रुपये के नोट वापस लेने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस फैसले के तीन सप्ताह बाद सरकार का खर्च बढ़ने से नकदी का प्रवाह भी बढ़ा है।